Home काम की खबर किसानों के आंदोलन के बावजूद बेअसर रही रबी की बुवाई

किसानों के आंदोलन के बावजूद बेअसर रही रबी की बुवाई

0

कृषि सुधारों के खिलाफ किसानों के आंदोलन ने मौजूदा रबी सीजन की खेती को प्रभावित नहीं किया है। इसके विपरीत पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गत वर्ष की तुलना में बुवाई क्षेत्र में वृद्धि हुई है। मौजूदा रबी सीजन में फसलों की बुवाई अपने अंतिम चरण में है। बता दें कि दलहन और तिलहन सहित मोटे अनाज वाली फसलों की बुवाई लगभग समाप्त हो चुकी है। वहीं, रबी सीजन की प्रमुख फसल गेहूं की बुआई भी कुल रबी रकबे के 80 फीसदी से ज्यादा हुई है।

मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक ज्यादातर राज्यों को पर्याप्त खाद की आपूर्ति की जा चुकी है। इसके बावजूद खाद को लेकर संसद और बाहर हंगामा होता रहा है। बता दें कि अब तक 50 लाख हेक्टेयर से ज्यादा रकबे में बुवाई की जा चुकी है।

प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों के बुवाई के आंकड़ों पर नजर डालें तो पंजाब में 35 लाख हेक्टेयर के लक्ष्य के मुकाबले 34.50 लाख हेक्टेयर में बुवाई की गई है। हरियाणा में 25 लाख हेक्टेयर के लक्ष्य के मुकाबले 21 लाख हेक्टेयर में खेती की जा चुकी है। उत्तर प्रदेश में 99 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 73 लाख हेक्टेयर में बुवाई की गई है।

इन सभी राज्यों में उर्वरक की पर्याप्त उपलब्धता है, जबकि मध्य प्रदेश में कुल 94 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 65 लाख हेक्टेयर में खेती की जा चुकी है। डीएपी की जरूरत से दोगुना एनपीके यहां उपलब्ध है। तेलंगाना के सांसदों ने उर्वरक को लेकर संसद में हंगामा किया, जबकि उर्वरक मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में कुल 7.89 लाख टन की जरूरत के मुकाबले 9.26 लाख टन उर्वरक उपलब्ध है।

खाद्य तेलों के घरेलू बाजारों में महंगाई को देखते हुए किसानों का जोर तिलहन फसलों पर बढ़ गया है। चालू सीजन में पिछले साल के 72 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 88.50 लाख हेक्टेयर हो चुका है। यह और बढ़ सकता है। जबकि दलहन की मुख्य फसल चना का रकबा पिछले साल के 90 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 93 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है।

https://devbhoominews.com Follow us on Facebook at https://www.facebook.com/devbhoominew…. Don’t forget to subscribe to our channel https://www.youtube.com/devbhoominews

Exit mobile version