/ Aug 18, 2025
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Uttarakhand STF: उत्तराखंड एसटीएफ की साइबर क्राइम पुलिस टीम ने OLX प्लेटफ़ॉर्म पर मकान किराए के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। आरोपी करीब एक साल से फरार चल रहा था और गिरफ्तारी से बचने के लिए अपने घर से लगभग 300 किलोमीटर दूर जयपुर के खोह नागोरिया क्षेत्र में छिपा हुआ था। सतत पुलिसिंग और तकनीकी निगरानी के बाद साइबर टीम ने उसे दबोच लिया।
गिरफ्तार आरोपी शरीफ मोहम्मद पुत्र महबूब, निवासी कल्याणपुर, थाना खोह, जिला भरतपुर (राजस्थान) ने OLX पर मकान किराए के विज्ञापन डालने वाले व्यक्तियों को निशाना बनाया। वह खुद को सेना या पैरामिलिट्री का जवान बताकर पीड़ितों का विश्वास जीतता था। आरोपी फर्जी पहचान पत्र और आधार कार्ड व्हाट्सएप पर साझा कर मकान मालिकों को भ्रमित करता और यह झूठा नियम बताता कि किराए से पहले मकान मालिक को अग्रिम राशि जमा करनी होती है। इसी झांसे में आकर देहरादून निवासी पीड़ित ने विभिन्न बैंक खातों में कुल ₹12,46,000/- ट्रांसफर कर दिए।
यह प्रकरण वर्ष 2022 का है। पीड़ित की शिकायत पर साइबर थाना देहरादून में मुकदमा दर्ज हुआ। जांच में आरोपी शरीफ मोहम्मद का नाम सामने आया। विवेचना के बाद उसके खिलाफ साक्ष्य मिलने पर चार्जशीट दाखिल की गई और माननीय न्यायालय द्वारा गैर जमानती वारंट जारी किया गया। गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी लगातार ठिकाना बदलता रहा और जयपुर में छिपकर रहता था। वह गुप्त रूप से अपने साथियों के संपर्क में रहकर अन्य साइबर अपराधों को भी अंजाम दे रहा था।
साइबर थाना पुलिस टीम ने आरोपी की लोकेशन ट्रेस कर उसे गिरफ्तार किया। उसके पास से एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है। पुलिस आरोपी के कब्जे से मिले डाटा का विश्लेषण कर रही है, जिससे उसके अन्य साथियों और नेटवर्क का पर्दाफाश होने की संभावना है। पूछताछ में आरोपी ने कबूला कि वह फर्जी पहचान पत्रों, अलग-अलग मोबाइल नंबरों और बैंक खातों का इस्तेमाल कर लोगों को ठगता था। उसने ऑनलाइन निवेश और OLX जैसे प्लेटफ़ॉर्म पर कई लोगों को धोखा देने की बात स्वीकार की है। पुलिस अब उसके संपर्क नेटवर्क और तकनीकी तरीकों की जांच कर रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक UTTARAKHAND STF नवनीत सिंह के निर्देशन में यह कार्रवाई की गई। अपर पुलिस अधीक्षक स्वप्न किशोर, पुलिस उपाधीक्षक अंकुश मिश्रा और विवेचना अधिकारी निरीक्षक विकास भारद्वाज की देखरेख में यह ऑपरेशन संचालित हुआ। साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून की टीम – अपर उप निरीक्षक सुनील भट्ट, मनोज बेनीवाल, कानि. हरेन्द्र भंडारी और प्रशांत चौहान – ने लगातार तकनीकी निगरानी, कॉल डिटेल और बैंक खातों की जांच कर आरोपी तक पहुंच बनाई।
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