भाजपा के सांसद इस टोपी को पहनकर गदगद, पीएम मोदी उत्तराखंड आने पर पहनते रहे हैं इसी तरह की टोपी
देहरादून, ब्यूरो। उत्तराखंड की पहाड़ी टोपी का डिजाइन अब भाजपा की भगवा टोपी के रूप में देखा जा रहा है। कुछ ऐसी ही तस्वीरें आज मंगलवार को देखने को मिली जब पीएम मोदी ने चार राज्यों में चुनाव फतह करने के बाद सांसदों के साथ बैठक के दौरान इसी तरह की टोपी सभी को दी। भगवा रंग की इस टोपी में आगे कमल का फूल जड़ा है। सांसद इस टोपी को पहनकर गदगद हैं। वहीं, बता दें कि इस तरह की टोपी पहले से ही उत्तराखंड के पहाड़ी लोग पहनते रहे हैं। इससे पहले इसे नेहरू टोपी के नाम से भी जाना जाता था। अब जब-जब पीएम मोदी उत्तराखंड आए तब-तब सीएम धामी समेत अन्य नेताओं ने उन्हें इसी डिजाइन की टोपी पहनाई थी। इस टोपी और पहाड़ी टोपी में मात्र इतना फर्क है कि इसका रंग काला नहीं भगवा और इसमें ब्रह्मकल की बजाय कमल का फूल लगाया गया है।
कम से कम यह कहने में अतिशयोक्ति न होगी कि उत्तराखंड में प्रयोग के बाद एक खास तरह की टोपी भाजपा के नेताओं के सिर पर सज रही है। मंगलवार को भाजपा के संसदीय दल की बैठक में सभी मंत्रियों और सांसदों ने एक खास तरह की टोपी पहनी थी। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी ने 4 राज्यों की जीत के बाद अहमदाबाद में रोड शो के दौरान भी यही टोपी पहनी थी। इसके बाद सांसदों को एनर्जी बूस्टर के तौर पर यह टोपी पहनाई गई है। वैसे तो इस तरह की टोपी उत्तराखंड में जब-जब पीएम मोदी आए तब-तब उन्होंने पहनी है। फर्क सिर्फ इतना है कि इसका रंग भगवा है और वह ब्लैक कलर में थी। इस टोपी पर ब्रह्म कमल की जगह कमल लगा दिया गया है और डिजाइन बिल्कुल सेम है। कहीं न कहीं इस टोपी की तुलना उत्तराखंड की पहाड़ी टोपी से की जा रही है। प्राचीन काल की बात की जाए तो रंगों की वजह इस तरह की टोपियां पहाड़ों में पहले से ही लोग पहनते रहे हैं, लेकिन भाजपा ने यहां नया प्रयोग कर पहाड़ी टोपी को एक नया रूप दिया है।