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विधायक दिलीप ने मंत्री हरक के खिलाफ खोला मोर्चा, सीएम को लिखी ये पाती…

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एक ही पार्टी के दो दिग्गजों की जंग राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं में, प्रदेश अध्यक्ष बोले दोनों से करेंगे बात


देहरादून (संवाददाता): चुनाव से पहले कोटद्वार विधायक और मंत्री हरक सिंह रावत लैंसडौन विधायक महंत दिलीप के बीच अंदरूनी खींचतान बढ़ गई है। विधायक महंत दिलीप रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर अपनी विधानसभा क्षेत्र की उपेक्षा और इलाके में मंत्री हरक सिंह रावत की सक्रियता को लेकर तमाम सवाल उठाए हैं। इसके अलावा उन्होंने उनके विधानसभा क्षेत्र में बिजली और वन विभाग से संबंधित मामलों में भी मंत्री हरक सिंह रावत के हस्तक्षेप जारी रहने पर विधानसभा भवन के सामने आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। वहीं, सूत्रों की मानें तो इस बार हरक सिंह रावत फिर से नए विधानसभा क्षेत्र में पलायन करने के साथ ही अपने चहेतों को भी भाजपा से टिकट दिलवाने की जुगत में लगे हुए हैं। दूसरी ओर नगर निगम चुनाव 2018 में उतरी महंत दिलीप की पत्नी को भी हार का सामने करना पड़ा था। इसके बाद से महंत दिलीप रावत और मंत्री हरक सिंह रावत के बीच तनातनी बढ़ गई थी। हालांकि अभी हरक सिंह रावत भाजपा में ही रहेंगे या नहीं यह भी साफ नहीं है। इसके साथ ही लैंसडौन विधानसभा क्षेत्र में सक्रियता बढ़ाने के बाद महंत दिलीप अपनी नाराजगी जता रहे हैं।

आपको बता दें कि उत्तराखंड में चंद दिनों बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में हर कोई राजनेता अपनी जमीन तलाशने में जुटा हुआ है। कोटद्वार से पहले रुद्रप्रयाग से जीतकर सरकार में मंत्री रहे हरक सिंह इस बार फिर दूसरे विधानसभा क्षेत्र की ओर पलायन करेंगे यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा लेकिन फिलहाल दोनों दिग्गजों के बीच वर्चस्व की जंग जारी है। भाजपा हाईकमान के प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के बाद यह साफ हो जाएगा कि हरक सिंह रावत भाजपा में रहकर किस विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतरते हैं या फिर किन-किन चहेतों को टिकट दिलवाते हैं। फिलहाल चुनावी बेला में एक ही पार्टी के दो दिग्गजों की जंग राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं में है। वहीं दोनों की तनातनी के बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि एक दिन बाद रविवार को वह दोनों नेताओं से बात करेंगे। अब देखना होगा कि पार्टी हाईकमान स्तर से दोनों की तनानती किस हद तक कम होगी।

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