देहरादून, ब्यूरो। उत्तराखंड सरकार के नई मंत्रिमंडल टीम में जगह न मिलने से छह-सात बार विधायक रहे चुके नेता दो वरिष्ठ भाजपा नेता नाराज बताए जा रहे हैं। पूर्व में मंत्री रहे बिशन सिंह चुफाल और बंशीधर भगत नए मंत्रिमंडल से खफा दिख रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में इन नेताओं को तरजीह न देना चर्चाओं में है।
गौरतलब है कि एक दिन पूर्व परेड ग्राउंड में भव्य समारोह के दौरान उत्तराखंड सरकार के नए मुख्यमंत्री और मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ले ली है। शपथ ग्रहण तक कई वरिष्ठ भाजपा विधायकों को उम्मीद थी कि उन्हें भी मंत्री पद सौंपा जाएगा। इनमें से दो नेता ऐसे भी हैं जो पूर्व में मंत्री पद पर रहे हैं। डीडीहाट विधायक बिशन सिंह चुफाल और कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत भी भाजपा हाईकमान से खफा बताए जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो पूर्व मंत्री चुफाल सीएम के लिए भी अपनी कुर्सी नहीं छोड़ रहे हैं। साथ ही वह आगे से चुनाव न लड़ने का मन भी बना चुके हैं।
इसके अलावा विकासनगर विधायक मुन्ना सिंह भी मंत्री न बनने से मायूस बताए जा रहे हैं। अब देखना होगा कि इन सब नेताओं की नाराजगी का कितना असर भाजपा हाईकमान पर पड़ता है और क्या मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा सकता है। अभी बंशीधर भगत को प्रोटेम स्पीकर की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उन्हें भी उम्मीद थी कि शायद मंत्री पद उनको फिर से सौंपा जाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दूसरी ओर शिक्षा मंत्री रहे अरविंद पांडेय भी मंत्रीमंडल में जगह न मिलने से काफी मायूस हैं। मंत्री आवास खाली करते हुए वक्त उनकी आंखों में आंसू तक आ गए थे। वैसे भाजपा हाईकमान अभी भी मंत्रीमंडल का विस्तार कर सकता है। अब देखना होगा कि मंत्रीमंडल का विस्तार होता है या फिर टीम धामी में आठ ही मंत्री पूरी सरकार को पांच साल तक चलाते हैं।