केदारनाथ धाम जाने वाले हर घोड़े-खच्चर के माथे पर लग रहा जीपीएस

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अभी तक 2100 से अधिक घोडे़-खच्चरों के माथे पर लगाई जा चुकी जीपीएस चिप

देहरादून, ब्यूरो। चारधाम यात्रा में से सबसे महत्वपूर्ण और अधिक पैदल मार्ग वाले धाम केदारनाथ जाने वाले हर यात्री का इस साल सरकार के पास पूरा डिटेल रहेगा। इस बार घोड़े-खच्चर वाले भी यात्रियों के साथ बदसलूकी और मनमानी नहीं कर सकते हैं। इसकी वजह यह है कि अब हर घोड़े-खच्चर के माथे पर जीपीएस चिप लगाई जा रही है। अभी तक जीपीएस चिप का प्रयोग अधिकतर गाड़ियों में ही किया जाता था। वहीं, इस बार केदारनाथ धाम में जाने वाले हर घोड़े-खच्चर के माथे पर जीपीएस चिप लग रही है। जानकारी के अनुसार अभी तक 2100 से अधिक घोड़े-खच्चरों के माथे पर यह जीपीएस चिप लगा दी गई है। इस चिप से सफर कर रहे यात्री और हर घोड़े-खच्चर की लोकेशन प्रशासन के पास रहेगी।

2013 में आई भीषण आपदा से अभी भी केदारनाथ धाम और पूरी केदार घाटी उबर नहीं पाई है। ऐसे में इस बार यात्रा में प्रदेश सरकार कोई भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहती है। यही कारण है कि केदारधाम का सफर आसान बनाने वाले हर घोड़े-खच्चर के माथे पर जीपीएस चिप लग रही है। आपदा की स्थिति में भी यह जीपीएस सिस्टम काफी मददगार साबित हो सकता है। केदानाथ पैदल मार्ग पर दुर्घटनाएं घटित होती रहती हैं। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से यह जीपीएस चिप अहम रहेगी। जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी राजेश पंवार ने बताया कि जितने भी घोड़े और खच्चरों का यात्रा मार्ग में पंजीकरण होगा, सभी पर यह चिप लगाई जाएगी।

इस बार दो साल से बाधित चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। इसे देखते हुए शासन-प्रशासन से लेकर राज्यपाल, मुख्यमंत्री और सभी मंत्रियों के साथ ही स्थानीय स्तर के विधायक और संबंधित जिलों के डीएम लगातार व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं। मई माह के पहले ही सप्ताह में सभी धाामों के कपाट खुल जाएंगे। सबसे बाद में 8 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने हैं।