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अंधा बांटे रेवड़ी… हरीश रावत के ओएसडी भी बने MLA प्रत्याशी, फूट-फूट रोए बालकृष्ण

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जिसकी चलती उसकी क्या गलती, हरीश रावत के ओएसडी को भी विधायक का टिकट
कांग्रेस से टिकट कटने पर फूट फूट रोये बालकृष्ण, भरव नाथ भी निर्दलीय उतरे मैदान में

बागेश्वर (मनोज टंगडियाँ): उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशियों की पहली सूची सामने आने के बाद विधानसभा बागेश्वर से टिकट वितरण पर कांग्रेस नेताओं की नाराजगी सामने आई है। बागेश्वर से वरिष्ठ कांग्रेस नेता बालकृष्ण का टिकट कटने के बाद बालकृष्ण फूट फूट कर रोये।

उनका आरोप है कि मुझे टिकट देने की बजाय कांग्रेस पार्टी हाईकमान ने हरीश रावत के ओएसडी रहे रंजीत दास को बागेश्वर एससी सीट से कांग्रेस का टिकट जारी किया। जो कभी क्षेत्र में आते भी नहीं। साथ ही उन्होंने कोरोना काल से लेकर आम जनता के दुःख-दर्द में हमेशा साथ दिया और पार्टी को आगे बढ़ाया, लेकिन टिकट वितरण में जिस तरह हरीश रावत के इशारों पर रेवड़ियों की तरह बांट रहे हैं, उससे आने वाले चुनाव में चौंकाने वाले परिणाम सामने आएंगे। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस नेता भैरव नाथ ने भी अपनी उपेक्षा होने पर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने का फैसला लिया है। उनका कहना है कि कार्यकर्ताओं की भावनाओं के अनुसार वह निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।

File Photo

दूसरी ओर वरिष्ठ कांग्रेस नेता बालकृष्ण का साफ तौर पर कहना है कि हरीश रावत ने जान बूझकर उनका टिकट बागेश्वर से काटा है। हरीश रावत को पता था, मैं लगातार पांच साल से जनता के बीच कार्य कर रहा हूं। बालकृष्ण का आरोप हैं कि बागेश्वर के षड्यंत्रकारी कांग्रेसी नेताओ ने हरीश रावत से नजदीकी रखनें वाले और सीएम रहते वक्त उनके ओएसडी रंजीत दास को बागेश्वर से टिकट दिया है।

भैरव नाथ टम्टा
भैरव नाथ टम्टा

कांग्रेस हो या भाजपा दोनों पार्टियों के लिए कम ही सीटें ऐसी होंगी जहां बगावत के सुर नहीं सामने आ रहे होंगे। ऐसा ही कुछ हाल है कांग्रेस की सुरक्षित विधानसभा सीट बागेश्वर का। यहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भैरव नाथ टम्टा ने टिकट न जारी होने पर अपनी उपेक्षा करार देते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।

भैरव नाथ ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर कांग्रेस प्रत्याशी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी प्रत्याशियों की घोषणा होने के बाद बागेश्वर सुरक्षित सीट से भी बगावत के सुर उठने लगे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भैरव नाथ टम्टा ने अपनी उपेक्षा और नाराजगी जताते हुए पार्टी से इस्तीफा देकर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। जिससे बागेश्वर में कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। भैरव नाथ टम्टा के अनुसार उन्होंने कार्यकर्ताओं की भावनाओं को देखते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

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