CYBER FRAUD IN DEHRADUN: साइबर ठगों ने हरिद्वार के सिडकुल औद्योगिक क्षेत्र स्थित नोवेचर इलेक्ट्रिकल एंड डिजिटल सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के वाइस चेयरमैन सरनजीत सिंह को तीन घंटे तक डिजिटल अरेस्ट कर उनसे 43 लाख रुपये ठग लिए। साइबर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सरनजीत सिंह ने साइबर थाना पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि उन्हें 24 अगस्त को एक कॉल आई थी, जिसमें आरोपित ने को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर उन्हें वीडियो कॉल से जुड़ने के लिए कहा।
CYBER FRAUD IN DEHRADUN: 24 अगस्त को आई कॉल
सरनजीत सिंह को आई कॉल में कहा गया कि आपने जो पार्सल मुंबई से ईरान के लिए भेजा है, उसमें दो भारतीय अवैध पासपोर्ट, पांच किलोग्राम प्रतिबंधित दवा और 50 ग्राम ड्रग्स मिली हैं। कॉल करने वाले ने बताया कि मुंबई क्राइम ब्रांच ने उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है। इसके बाद उसने कॉल को किसी अन्य व्यक्ति को ट्रांसफर कर दिया। दूसरे व्यक्ति ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी प्रदीप सावंत बताया और पार्सल के मामले में उनसे आधार कार्ड नंबर मांगा। उसने यह भी कहा कि इस आधार कार्ड का मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में इस्तेमाल हुआ है। आरोपित ने उन्हें वीडियो कॉल से जुड़ने के लिए कहा।
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CYBER FRAUD IN DEHRADUN: तीन घंटे में लूट लिए 43 लाख
इस दौरान ठग ने अपना पुलिस का आई कार्ड भी भेजा। पीड़ित के अनुसार, ठग ने उन्हें धमकाया कि जांच पूरी होने तक वीडियो कॉल पर ही रहना होगा। इसके बाद उनकी बात वीडियो कॉल पर एक महिला से कराई गई, जिसने खुद को क्राइम ब्रांच की डीसीपी अमनीत कोंडाल बताया। आरोप है कि महिला ने सरनजीत को तीन घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखा और उनके बैंक खातों की जानकारी हासिल कर ली। कुछ समय बाद सरनजीत के खातों से धनराशि कटने के एसएमएस आने लगे। ठगों ने उनके तीन खातों से 43 लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए।
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