आय से 500 गुना ज्यादा सम्पत्ति, 30 जून को रिटायर हो रहे आईएएस रामविलास, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड दोनों राज्यों में बड़े हेरफेर करने के आरोप
देहरादून, ब्यूरो। उत्तराखंड के समाज कल्याण विभाग और इससे पहले यूपी के लखनऊ विकास प्राधिकरण में बड़ा गोलमाल करने के साथ ही आय से अधिक सम्पत्ति के आरोपों में घिरे रामविलास यादव की मुश्किलें अब और बढ़ती जा रही है। कई बार विजिलेंस के बुलाने के बाद भी उपस्थित न होने और जांच में सहयोग न करने के कारण आज तड़के से ही इस भ्रष्ट अधिकारी के लखनऊ और देहरादून के करीब सात ठिकानों पर विजिलेंस की टीम छापा मार रही है।
आरोप है कि आईएएस रामविलास यादव की सम्पत्ति आय से करीब 500 गुना अधिक है। गौर करने वाली बात यह भी है कि यह आईएएस अधिकारी आगामी 30 जून को रिटायर हो रहे हैं। ऐसे में सरकार रिटायर होने से पहले आईएएस अधिकारी पर शिकंजा कसने जा रही है। हालांकि विचारणीय यह भी है कि आरोपी अफसर के खिलाफ यूपी में रहते वक्त और अब उत्तराखंड में तैनात रहते वक्त आखिर अभी तक क्यों नहीं कोई बड़ा एक्शन लिया गया। अब रिटायर होने से चंद दिन पहले सरकार मामले की जांच में जुटी हुई है।
बता दें कि यूपी में विवादों में रहने के बाद अपना कैडर उत्तराखंड करवाने वाले आईएएस रामविलास यादव पर पहले ही उत्तर प्रदेश सरकार की नजर रही है। उत्तराखंड में भी उन पर करीब 5 करोड़ की छात्रवृत्ति का हेर-फेर का आरोप है। ऐसे में विगत 19 अप्रैल को आईएएस रामविलास के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। यादव पर आय से 500 प्रतिशत अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। अब देखना होगा कि विजिलेंस टीम को आईएएस रामविलास यादव के अलग-अलग ठिकानों से क्या कुछ बरामद होता है।