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खराब मौसम के कारण रुका रेस्क्यू , 2 पर्वतारोही अभी भी है लापता

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उत्तरकाशी में बीते 4 अक्टूबर में आए एवलांच में पर्वतारोहियों की तलाश के लिए 6 अक्तूबर से एसडीआरएफ, आईटीबीपी व सेना ने घटना स्थल पर रेस्क्यू (uttarkashi avalanche rescue) शुरु किया था। रेस्क्यू दल की तरफ से अभी तक 29 पर्वतारोहियों में से 27 शव बरामद कर लिए गए है।

खराब मौसम से लगातार प्रभावित हो रहा रेस्क्यू अभियान

लगातार खराब मौसम के रेस्क्यू अभियान प्रभावित (uttarkashi avalanche rescue) रहा है। मौसम खराब रहने के कारण बुधवार को भी पर्वतारोहियों का बचाव अभियान नहीं चला। अभी भी दो पर्वतारोही लापता हैं जबकि एक पर्वतारोही का शव एडवांस बेस कैंप से मातली हेलीपैड नहीं लाया जा सका है। बुधवार को भी लगातार दूसरे दिन डोकराणी बामक ग्लेशियर क्षेत्र में लापता पर्वतारोहियों का खोज अभियान नहीं चल पाया। बुधवार को एसडीआरएफ घटना स्थल से लौट आई है। रेस्क्यू अभियान के प्रभावित होने पर ले. कर्नल दीपक वशिष्ठ हिमाचल, विनय पंवार उत्तराखंड व सौरभ विश्वास पश्चिम बंगाल के परिजनों में मायूसी है।

Uttarkashi Avalanche update

uttarkashi avalanche rescue: डॉग स्क्वायड की भूमिका रही अहम

हादसे के बाद से चलाए गए रेस्क्यू अभियान (uttarkashi avalanche rescue) में हाई एल्टीट्यूड वार फेयर स्कूल गुलमर्ग, आईटीबीपी, एसडीआरएफ, सेना, एनडीआरएफ व निम के जवान जुटे हुए हैं। इन सभी के साथ सेना के डॉग स्क्वाएड को भी लगाया गया था। डोकराणी बामक ग्लेशियर क्षेत्र में हिमस्खल की चपेट में आए पर्वतारोहियों की तलाश में सेना की सेंटर कमांड लखनऊ के डॉग स्क्वायड की भूमिका भी अहम रही।

लेब्राडॉग प्रजाति की 6 वर्षीय इंद्रा और 5 वर्षीय रजिया ने पांच दिनों तक 17 हजार फीट की ऊंचाई पर चले रेस्क्यू अभियान में 4 शवों को ढूंढ निकाला। इंद्रा के हैंडलर लांस नायक प्रभुदास व रजिया के हैंडलर लांस नायक शुभंकर पाल ने बताया कि दोनों जन्म से ही सेना में हैं।

uttarkashi avalanche rescue: कब – कब कितने शव किए गए बरामद

6 अक्तूबर को घटना स्थल से 15 शव, 7 अक्तूबर को 7 शव व 8 अक्तूबर को 1 शव बरामद किया था। जबकि 4 शव घटना के दिन ही फर्स्ट रिस्पांडर ने बरामद किए थे। कुल 27 शव बरामद किए गए हैं जिनमें से 26 शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।

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