Uttarakhand News- Dehradun Bureau: Uttarakhand Police SI exam 2015 Scam- देहरादून, ब्यूरो। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पेपर लीक मामले में सलाखों के पीछे सजा काट रहे भाजपा के नेता और जिला पंचायत सदस्य रहे हाकम सिंह रावत का नाम अब एक और भर्ती घोटाले (Uttarakhand Police SI exam 2015 Scam) में सामने आ रहा है। 2015 में हुई उत्तराखंड पुलिस की दरोगा भर्ती परीक्षा (Daroga Bharti (Uttarakhand Police SI exam 2015 Scam) की जांच कर रही विजिलेंस की तफ्तीश में भी सामने आ रहा है।
देवभूमि न्यूज ने पहले भी हाकम सिंह रावत और उसकी गैंग और आकाओं की ओर से उत्तराखंड की और भर्ती परीक्षाओं में खेल करने की आशंका जताई गई थी। साथ ही दरोगा भर्ती 2015 (Uttarakhand Police SI exam 2015 Scam) के कई दरोगाओं को हाकम सिंह और उसकी गैंग की ओर से नकल करवा कर अवैध तरीके से कई पदों पर तैनात करने की भी संभावना जताई थी। अब छन-छन कर वही बात विजिलेंस की जांच में सामने आ रही है।
दरोगा भर्ती 2015: विजिलेंस जांच में खुल रहे नए-नए राज
विजिलेंस जांच में 40 से अधिक दरोगाओं की भर्ती के पीछे हाकम सिंह और उनकी गैंग का हाथ बताया रहा है। वर्ष 2015 में हुई दरोगा भर्ती परीक्षा (Daroga Bharti 2015) गोविंद बल्लभ पंत विश्वविद्यालय ने आयोजित की थी। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की पेपर लीक मामले में कुछ दिन पहले हल्द्वानी से गिरफ्तार गोविंद बल्लभ पंत विश्वविद्यालय का परीक्षा सेल अधिकारी दिनेश चंद्र जोशी पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
इससे दरोगा भर्ती 2015 (Daroga Bharti 2015) में हेरफेर की पूरी पूरी संभावनाएं जताई जा रही है। दरअसल, दिनेश चंद्र जोशी पूर्व में लंबे समय तक परीक्षा सेल में तैनात रहे। इस दौरान कई भर्ती परीक्षाएं पंतनगर विश्वविद्यालय की ओर से की गई हैं।
कुछ दिन पहले दिनेश चंद्र जोशी को एसटीएफ ने किया था गिरफ्तार
Uttarakhand Police SI exam 2015 Scam: पंतनगर विश्वविद्यालय से रिटायर्ड असिस्टेंट ऑफिसर एग्जामसेल दिनेश चंद्र जोशी को एसटीएफ ने कुछ दिन पहले गिरफ्तार किया था। दिनेश चंद जोशी 2006 से 2016 तक विश्व विद्यालय की परीक्षा सेल में अधिकारी के तौर पर कार्यरत रहे। दरअसल, 2015 में 339 दरोगाओं की भर्ती गोविंद बल्लभ पंत विश्वविद्यालय पंतनगर ने करवाई थी। इस दौरान परीक्षा सेल की जिम्मेदारी भी दिनेश जोशी के पास थी।
Uttarakhand Police SI exam 2015 Scam: वहीं, अब पूरी-पूरी संभावना जताई जा रहे है कि हाकम सिंह रावत और दिनेश चंद्र जोशी के साथ ही इनकी गैंग के आकाओं ने 35 से 40 दरोगाओं को अवैध तरीके से सरकारी नौकरी दिलाई है। देखना होगा कि जांच में कौन-कौन दरोगा दायरे में आते हैं। इस बैच के दरागाओं की धुकधुकी बढ़ गई है। विजिलेंस की जांच मामले में जारी है।