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सिर्फ इस कारण से अल्मोड़ा बेस हॉस्पिटल से गर्भवती महिलाएं हो रही हैं रेफर

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Uttarakhand News: Uttarakhand Health Systems: उत्तराखंड में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर हमेशा से ही सवाल खड़े होते आये हैं। अब अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के बेस अस्पताल से गर्भवती महिलाओं को सिर्फ इसलिए रेफर किया जा रहा है कि वहां पेयजल आपूर्ति करने वाली लाइन में फॉल्ट आ गया है। जिस कारण परेशान तीमारदार को गर्भवती महिलाओं को यहां से दूसरे अस्पतालों में ले जाना पड़ रहा है।

Uttarakhand Health Systems: हॉस्पिटल में पानी का संकट

Uttarakhand Health Systems

अल्मोड़ा मेडिकल कॉजेल के बेस अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को सिर्फ इसलिए परेशानी झेलनी पड़ रही है कि वहां पेयजल समस्या गहराती जा रही है। यहां देखा जाये तो पेयजल लाइन से हर रोज 80 लीटर पानी प्रति मिनट टैंक में गिरता है। लेकिन लाइन में अब फॉल्ट आने से कुछ दिनों से मात्र 30 लीटर पानी ही प्रति मिनट टैंक में आ रहा है। ऐसे में यहां पानी की समस्या गहरा (Uttarakhand Health Systems) गई है।

Uttarakhand Health Systems: फॉल्ट न मिलने में हो रही दिक्कतें

अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में पानी की समस्या दूर करने के लिए 11 करोड़ की लागत से नई पेयजल योजना बनाई जा रही है। पेयजल लाइन बिछाने का कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है, ओवर हैड टैंक में काम अंतिम चरणों में है। लेकिन जो अब तक कि व्यवस्था हैं उससे में लगभग 15 दिनों से पानी की समस्या बढ़ गई है। जल निगम के अपर सहायक अभियंता दीपक जोशी का कहना है कि पेयजल लाइन में फॉल्ट ठीक करने का काम किया जा रहा है लेकिन फॉल्ट न मिलने में दिक्कतें (Uttarakhand Health Systems) आ रही हैं।

Uttarakhand Health Systems: अस्पताल की मजबूरी हो रेफर करना

अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के हॉस्पिटल से शनिवार और रविवार को गर्भवती महिलाओं को अन्य अस्पतालों के लिए रेफर किया गया। गोविंदुर दौलाघट के रहने वाले कैलाश तिवारी का कहना है कि वे प्रसव पीड़ा के बाद अपनी पत्नी को यहां लेकर आये थे लेकिन अस्पताल में पानी की कमी का हवाला देकर रेफर कर दिया गया।

इस मामले पर जब यहां के एमएस डॉ. अजय आर्या का कहना है कि 15 दिनों से अस्पताल में पानी की दिक्कत चल रही है, अब जो स्टॉक में पानी था वो भी खत्म हो गया है, इस वजह से गर्भवतियों को रेफर किया जा रहा है।

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