Uttarakhand Devbhoomi Desk: गुजरात के मोरबी पुल हादसे ने देश को झकझोर कर रख दिया है। इस दर्दनाक हादसे ने हर किसी के रोंगटे खड़े कर दिये हैं। इस भयानक हादसे के बाद बाकि राज्यों में भी सतर्कता बरती जा रही है। ऐसे में उत्तराखंड सरकार ने भी पुलों को लेकर ऑडिट करने का फैसला लिया था। बता दें कि प्रशासन ने तीन सप्ताह के भीतर राज्य में सभी पुलों के सेफ्टी ऑडिट के निर्देश दिए थे।
इस तरह रोड सेफ्टी ऑडिट (Uttarakhand bridges found unsafe) में कई चौकाने वाले खुलासे हुए हैं। जिससे ये मालूम हुआ कि उत्तराखंड में 3 दर्जन पुलों पर सफर करना सुरक्षित नहीं है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के बाद लोक निर्माण विभाग (PWD) की ओर से कराये गये इस रोड सेफ्टी ऑडिट में 36 पुल आवागमन के लिए असुरक्षित पाए गए हैं। ये जानकारी सामने आने के बाद शासन ने इन्हें दुरुस्त करने के निर्देश दे दिए हैं।
Uttarakhand bridges found unsafe: टिहरी में आठ पुल पाये गये असुरक्षित
PWD विभाग के प्रधान सचिव आरके सुधांशु ने बताया कि सरकार को सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट (Uttarakhand bridges found unsafe) मिल गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्थित 3262 में से 2518 पुलों की सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट शासन को सौंप दी गई है। इस कड़ी में पौड़ी जोन में टिहरी में आठ, चमोली में एक और पौड़ी में 16 पुल असुरक्षित पाए गए हैं। इसके अलावा अल्मोड़ा जोन में पिथौरागढ़ में 1 पुल और हल्द्वानी जोन में यूएसनगर में पांच पुल असुरक्षित पाए गए हैं। देहरादून जोन में देहरादून में एक और हरिद्वार में तीन पुल असुरक्षित पाए गए हैं।
ऐसे हालातो में नजर डालते हुए शासन की ओर से ब्रिज बैंक बनाने के निर्देश दिए गए हैं। इसमें सभी पुराने पुलों (Uttarakhand bridges found unsafe) के ब्योरा एकत्र किया जाएगा। जानकारी मुताबिक प्रदेश में कुल 436 पुराने पुल हैं।
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