Uttarakhand Devbhoomi Desk: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पहल पर गुरुवार को विद्युत विभाग द्वारा ग्राहकों की समस्याओ के समाधान (tharali news today) के लिए थराली विकासखण्ड के लोल्टी गांव में विद्युत समस्या समाधान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें थराली से भाजपा विधायक भूपालराम टम्टा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।
उपभोक्ताओं ने जहां विद्युत विभाग से विद्युत बिलो में आ रही गड़बड़ियों की शिकायत की वहीं विद्युत विभाग (tharali news today) के आला अधिकारियों ने विद्युत विभाग द्वारा bpl परिवारों,निर्धनों और असहायों के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी।
इसके अलावा शिविर में उपभोक्ताओं ने कुल 18 शिकायतें दर्ज की। जिनमे से 15 शिकायतो का मौके पर ही निस्तारण किया गय। वहीं पूर्व में छूटे बिलो को जमा किया गया, जिससे विद्युत विभाग का तकरीबन 50 हजार का राजस्व प्राप्त किया गया। विभागीय अधिकारियों द्वारा आमजन को विद्युत दरों ,विद्युत बचत के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी।
Uttarakhand Devbhoomi Desk: स्कूली बच्चों को सरकार ने बड़ा तोफहा देने का फैसला लिया है। बता दें कि उत्तराखंड राज्य के शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि राज्य में संचालित सभी शिक्षा बोर्ड (bag free day in school) के साथ विचार-विमार्श कर कोई ऐसा तरीका निकाला जाएगा, जिससे बच्चों के बस्ते का बोझ कम किया जा सके। स्कूली बच्चों का तनाव कम करने के उद्देश्य से माह में एक दिन बैग फ्री डे निर्धारित किया जाये जहां उनसे अन्य गतिविधियां कराई जायेंगी।
bag free day in school: बस्तों का बोझ बच्चों के वजन से भी ज्यादा- धन सिंह रावत
बुधवार को देहरादून में एससीईआरटी की ओर से आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन (bag free day in school) किया गया। इसमें शिक्षा मंत्री डॉ. रावत ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इस दौरान उन्होने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में स्कूली बच्चों के बस्तों का बोझ उनके वजन से भी ज्यादा बढ़ गया है। इसलिए उनके विकास के लिए इसको कम करना आवश्यक हो गया है। इसी कड़ी में शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि राज्य में संचालित सभी शिक्षा बोर्डों के अधिकारियों एवं शिक्षाविदों के साथ विचार-विमर्श कर कोई नया तरीका निकालना होगा।
शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि बच्चे कई बार लगातार पढ़ाई से ऊब जाते हैं, जिससे वह तनाव (bag free day in school) में आ जाते हैं। उनकी इस समस्या को दूर करने के लिए माह में एक दिन बैग फ्री डे निर्धारित किया जाए जिससे उस दिन बच्चों से केवल कौशल विकास से संबंधी गतिविधियां कराई जा सके। इस दौरान कार्यशाला में विधायक लैंसडाउन दीलीप रावत, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा एवं सीमेट सीमा जौनसारी, निदेशक प्राथमिक शिक्षा वंदना गर्ब्याल, अपर निदेशक राम कृष्ण उनियाल, आदि मौजूद थे।
इसके अलावा शिक्षा मंत्री डॉ. रावत ने ये भी कहा कि भविष्य में स्कूली बच्चों को जुलूस-प्रदर्शनों एवं विभाग से इतर अन्य गतिविधियों में शामिल नहीं किया जाए। इसके साथ ही प्रदेश के स्कूलों में 220 दिन अनिवार्य रूप से पठन-पाठन किया जाएगा।
Uttarakhand Devbhoomi Desk: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बीते दिन देश का आम बजट पेश किया गया। ऐसे में माना जा रहा है कि 2023 का बजट (Union Budget 2023-24) उत्तराखंड राज्य के लिए कई सौगात लेकर आया है। बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार ने इस बजट में प्राकृतिक खेती पर विशेष जोर दिया है जिससे राज्य में जैविक खेती के साथ साथ अब प्राकृतिक खेती को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा 3 साल तक प्राकृतिक खेती अपनाने वाले किसानों को सहायता राशि भी प्रदान की जाएगी।
Union Budget 2023-24: कृषि ऋण के लक्ष्य को 20 लाख करोड़ तक बढ़ाने का प्रावधान
आपको बता दें कि इस बजट में सरकार ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए (Union Budget 2023-24) तीन साल के भीतर 1 करोड़ किसानों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा केंद्र सरकार ने इस बजट में कृषि ऋण के लक्ष्य को 20 लाख करोड़ तक बढ़ाने का निर्णय लिया। इससे किसानों को खेती के लिए वित्तीय सहायता मिलेगी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत 6000 करोड़ की नई योजना शुरू होगी।
बता दें कि इस योजना का लाभ प्रदेश के किसानों को मिलेगा। इसके साथ ही आत्मनिर्भर स्वच्छ पौध कार्यक्रम के माध्यम से बागवानों को अच्छी गुणवत्ता के पौध सामग्री मिलेगी। बताया जा रहा है कि केंद्र का ये बजट किसानों के हित में है।
Uttarakhand Devbhoomi Desk: उत्तराखंड की राजधानी दून में देर रात एक मर्सिडीज कार में अचानक आग लग (Car Caught Fire in Dehradun) गई। कार में इस तरह आग लगने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। वहीं कार सवार लोगों ने किसी तरह अपनी जान बचाई। गनीमत यह रही कि कार सवार सभी लोग सुरक्षित है। स्थानीय लोगों से मिली सूचना के बाद फायर ब्रिगेड और पुलिस टीम मौके पर पहुँची और किसी तरह आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक कार पूरी तरह जलकर राख हो चुकी थी। हालांकि अभी तक कार में आग लगने के कारणों का पता नहीं चला।
बता दें कि राजपुर थाना क्षेत्र स्थित मैगी प्वाइंट के निकट (Car Caught Fire in Dehradun) देर रात हरियाणा नंबर की मर्सिडीज कार में अचानक आग लग गई। जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। मिली जानकारी के मुताबिक हरियाणा से आए पर्यटक मसूरी से देहरादून लौट रहे थे। ऋषि आश्रम के पास जब वह चाय पीने के लिए उतरे कि तभी मर्सिडीज कार में अचानक धुआं उठने लगा,और देखते ही देखते कार ने आग पकड़ ली। गनीमत रही कि आग लगते समय कार में कोई भी व्यक्ति सवार नहीं था।
मसूरी पुलिस ने बताया कि बुधवार को हरियाणा से पर्यटक अमित कुमार, आशीष कुमार, प्रवेश और नवीन मसूरी घूमने आए थे। देर रात को मसूरी से दून लौट रहे थे तभी ये हादसा हुआ। मसूरी पुलिस ने बताया कि कार पूरी तरीके से जलकर राख हो चुकी थी। ऐसे में पूरे मामले की जांच की जा रही है।
Uttarakhand Devbhoomi Desk: गणतंत्र दिवस 2023 की परेड में इस बार उत्तराखंड की झांकी ने इतिहास रचा है। बता दें कि देशभर में उत्तराखंड की मानसखंड झांकी (Uttarakhand Manaskhand Tableau) को पहली बार प्रथम स्थान मिला है। वहीं राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस उपलब्धि पर प्रदेशवासियों को बधाई दी है।
Uttarakhand Manaskhand Tableau: प्रत्येक कलाकार होंगे सम्मानित
इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने (Uttarakhand Manaskhand Tableau) मानसखंड झांकी के प्रत्येक कलाकार को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की है। बुधवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित कार्यालय में सीएम धामी ने ये घोषणा की। वहीं सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने मानसखंड झांकी को मिली ट्राफी मुख्यमंत्री को भेंट की। इस दौरान कार्यालय में झांकी के टीम लीडर संयुक्त निदेशक सूचना के.एस.चौहान के साथ झांकी के कलाकार उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने प्रथम पुरस्कार मिलने पर कहा कि इससे राज्य की समृद्ध लोक संस्कृति एवं धार्मिक विरासत को देश व दुनिया में पहचान मिली है। आपको बता दें कि सीएम धामी के मार्गदर्शन से ही मानसखंड पर आधारित झांकी प्रस्तावित की गई थी।
Uttarakhand Devbhoomi Desk: आपने फिल्मों और सीरियलों में मरे हुए लोगों को जिंदा होते हुए तो देखा ही होगा? तब हम में से कई लोग ये सोचते होंगे कि (Roorkee Breaking News) क्या ऐसा असल में भी संभव है? अगर सच में कुछ ऐसा नजारा देखने को मिल जाए तो कोई भी यकीन नहीं कर पायेगा। लेकिन हैरत वाली बात ये है कि ऐसी घटना असल में भी सामने आई है। आप इसे चमत्कार माने या लोगो की लापरवाही लेकिन इस घटना को सुनने के बाद हर कोई दंग रह गया।
दरअसल, एक वृद्ध महिला के अंतिम संस्कार की तैयारियां चल ही रही थीं, वहां मौजूद सभी लोग आंसू बहा रहे थे, लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ जिसे देखकर सभी लोग हैरान हो गए। आइए जानते हैं पूरा मामला।
Roorkee Breaking News: 102 वर्षीय ज्ञान देवी कुछ समय से बीमार चल रही थी फिर…
ये मामला रुड़की के नारसन कस्बे का है। यहां एक बुजुर्ग महिला के (Roorkee Breaking News) अंतिम संस्कार की तैयारियां चल ही रही थीं तभी अचानक उनके शरीर में हरकत होने लगी जिसे देख सब हैरत में पड़ गए। फिर उसके बाद जैसे ही वृद्धा ने अपनी आंखें खोलीं तो परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
बताया जा रहा है कि 102 वर्षीय ज्ञान देवीकुछ समय से बीमार चल रही थी। मंगलवार सुबह अचानक उनकी तबियत काफी ज्यादा बिगड़ गई। आनन-फानन में परिजनों ने डॉक्टर को बुलाकर बुजुर्ग की जांच करवाई तो डॉक्टर ने जांच के बाद महिला को मृत घोषित कर दिया। इस खबर के बाद परिजनों ने बुजुर्ग की मृत्यु की खबर रिश्तेदारों को दी और कुछ ही देर में बड़ी संख्या में लोग घर पर जमा हो गए।
उसके बाद परिजन महिला के शव को अंतिम संस्कार (Roorkee Breaking News) के लिए लेकर जाने ही वाले थे कि अचानक उनके शरीर में कुछ हरकत महसूस हुई। उसके कुछ देर बाद उन्होंने आंखें खोल दी जिसे वहां खुशी का माहौल बन गया।
Plants on Moon: आखिरकार वैज्ञानिकों का सपना साकार हुआ, वो दिन आ ही गया जब चांद की मट्टी पर पौधे (Plants on Moon) उगाए जा रहे हैं, तो क्या अब जल्द ही इंसान चांद पर बसने की तैयारी करेगा, क्या चांद की मिट्टी (Plants on Moon) पर कुछ चंद पौधे उगाने से चांद पर खेती करना मुमकिन होगा।
दरअसल जब अंतरिक्ष यात्री चांद पर लंबे समय तक रहता है तो उसे पृथ्वी से लेजाई हुई चीज़ों पर ही अपना गुजारा करना पड़ता है, यानी की उसे ताज़ा खाना नहीं मिल पाता और चांद पर मौजूद पथरीली मिट्टी में यहां खेती (Plants on Moon) करना बेहद मुशकिल होता है, जिसके बाद वैज्ञानिकों ने चांद पर पौधे (Plants on Moon) उगाए जाने का एक परीक्षण किया।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा द्वारा अपोलो मिशन्स के दौरान चांद से कुल 382 किलोग्राम पत्थरीली मिट्टी लाई गई थी। इस मट्टी को चांद से वैक्यूम सील्ड डिब्बों में पैक करके धरती पर लाया गया था और फिर इसके बाद इस मिट्टी में धरती की हवा और पानी को मिलाया गया जिसके बाद इस पर फूल उगाए गए।
कम्यूनिकेशंस बायोलॉजी जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबित बताया गया कि पहली बार चांद की मिट्टी में फूल के पौधे (Plants on Moon) उगाए गए, जिसमें धरती की हवा और पानी को भी मिलाया गया। इस सफल परीक्षण के बाद ऐसी संभावना जताई जा रही है कि नासा अपने आने वाले अर्टेमिस मिशन्स के दौरान फिर से चांद की सतह से मिट्टी लेकर आएगा।
वहीं यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा की एक प्रोफेसर एना- लिसा का इस विषय पर कहना है कि पहले भी चांद की मिट्टी पर पौधे (Plants on Moon) उगाए जा चुके हैं लेकिन इस तरीके से आजतक पौधे नहीं उगाए गए हैं। उनका कहना है कि पहले जब चांद की मिट्टी पर पौधे (Plants on Moon) उगाए गए थे तब सिर्फ चांद से लाई गई मिट्टी का छिड़काव किया गया था, लेकिन पहली बार ऐसा हुआ है जब पौधे उगाने के लिए केवल चांद की मिट्टी का ही इस्तेमाल किया गया है।
चांद की सतह से लाई गई मिट्टी को वैज्ञानिकों द्वारा 4 अलग अलग हिस्सों में बांट दिया गया, इसके बाद इनमें पानी डाला जाता है और पोषक तत्वों वाले तरल पदार्थ डाले जाते हैं ताकी चांद की मिट्टी पर न पाए जाने वाले पोषक तत्व पौधों को मिलें। इसके बाद वैज्ञानिकों ने इन मिट्टी के कंटेनर्स में आर्बिडोप्सिस के बीज डाले जो कुछ ही दिनों में उगने लगे। ऐसे में वैज्ञानिकों के लिए ये एक उम्मीद की किरण है कि जल्द ही चांद पर इंसानों को बसाया जा सकता है।
Uttarakhand Devbhoomi Desk: आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट पेश किया। इस दौरान अलग-अलग सेक्टरों को लेकर (CM Dhami on Budget 2023) कई ऐलान किए गए। जिसमें पक्ष-विपक्ष और आम लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कोई इस बजट की तारीफ कर रहा है तो कोई इससे नाराजगी जता रहा है। इस बीच अब उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया सामने आई है। बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वित्त मंत्री द्वारा पेश किए गए इस बजट को शानदार बताया है।
CM Dhami on Budget 2023: शानदार बजट पेश करने के लिए दी बधाई
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को ऐसा शानदार बजट पेश करने के लिए (CM Dhami on Budget 2023) बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि ‘मैं पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं और देश के लोगों के सामने शानदार बजट पेश करने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बधाई देता हूं। यह बजट देश के साथ-साथ दुनिया के लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरेगा।’
इसके साथ ही मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय बजट 2023-24 पेश किया गया। ये विकसित भारत के विराट संकल्प को एक नई मजबूती प्रदान करेगा। साथ ही इस अमृत काल में 130 करोड़ देशवासियों की अपेक्षाओं को मूर्त रुप प्रदान करने वाले इस जनकल्याणकारी बजट हेतु प्रधानमंत्री व वित्त मंत्री का सहृदय आभार।
Tulsi Ka Paudha: तुलसी के पौधे को लगाते समय और पत्तियों को इस्तेमाल करते समय इन बातों का रखें खास ख्याल
Tulsi Ka Paudha: ये तो हम सभी को मालूम ही है कि तुलसी के पौधे (Tulsi Ka Paudha) को घर पर लगाना कितना शुभ माना जाता है, लेकिन क्या आपको मालूम है कि अगर इसे सही दिशा पर न लगाया जाए या फिर तुलसी के पत्तों को गलत तरीके से तोड़ा जाए तो इसके कई दुष्परिणाम भी होते हैं जिनसे आपके जीवन में भूचाल आ सकता है।
तुलसी के पौधे (Tulsi Ka Paudha) को धरती पर सबसे पवित्र पौधा माना जाता है। हिन्दू शास्त्रों में इस बात का जिक्र है कि जिस भी घर में तुलसी का पौधा (Tulsi Ka Paudha) होता है और सुबह शाम इनकी पूजा की जाती है वहां सदैव देवी लक्ष्मी का वास तो होता ही है साथ ही ऐसे घर में विष्णु भगवान का भी वास होता है।
घर में तुलसी के पौधे (Tulsi Ka Paudha) को लगाने के कई फायदे होते हैं, लेकिन अगर तुलसी के पौधे से जुड़े नियमों का पालन न किया जाए तो इससे आपके जीवन में कई सारी परेशानियां भी आ सकती हैं। आज आपको इन्हीं नियमों के बारे में बताएंगे कि तुलसी का पौधा (Tulsi Ka Paudha) लगाते समय आपको क्या क्या सावधानियां बरतनी चाहिए, इनकी पूजा करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और इनके पत्तों को कब और कैसे तोड़ना चाहिए।
ज्योतिष शास्त्रों के मुताबित तुलसी का पौधे (Tulsi Ka Paudha) लगाने की सबसे उत्तम दिशा होती है उत्तर दिशा और यदी आपके घर में उत्तर दिशा में कोई पर्याप्त स्थान नहीं है तो आप इसे ईशान कोण या फिर पूर्व दिशा में भी लगा सकते हैं। ऐसा कहा जाता है कि तुलसी के पौधे (Tulsi Ka Paudha) को यदी पूर्व दिशा में लगाया जाए तो इससे घर में सूर्य के समान ऊर्जा रहती है।
अगर आप इन दिशाओं में तुलसी के पौधे (Tulsi Ka Paudha) को लगाते हैं तो इससे आपके घर में सुख- समृद्धि का वास होता है, लेकिन अगर आप तुलसी के पौधे (Tulsi Ka Paudha) को साउथ या फिर साउथ वेस्ट की ओर लगाते हैं तो इससे आपके घर में दरिद्रता आती है और आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
तुलसी के पौधे (Tulsi Ka Paudha) को लगाने का सबसे शुभ दिन होता है बृहस्पतिवार। ऐसा कहा जाता है कि माता तुलसी भगवान विष्णु की प्रिय हैं और अगर ऐसे में आप बृहस्पतिवार के दिन अपने घर में तुलसी का पौधा (Tulsi Ka Paudha) लगाते हैं तो भगवान विष्णु की कृपा आप पर हमेशा बनी रहती है।
अब बात करतें है कि तुलसी के पत्तों को कब तोड़ना चाहिए और कब नहीं। तुलसी की पत्तियों को पवित्र जरूर माना जाता है लेकिन अगर आप तुलसी की पत्तियों को बेवजह तोड़ते हैं तो ये पत्तियां अशुभ हो जाती हैं। हिन्दू मान्यता के अनुसार सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण, एकादशी, रविवार और सूर्यास्त होने के बाद कभी तुलसी के पत्तों को नहीं तोड़ना चाहिए। ऐसा करने से आपके जीवन पर कष्टों के बादल छा सकते हैं।
इसके अलावा जब आप तुलसी के पत्ते तोड़ते हैं तो उससे पहले आपको तुलसी मइया से प्रतीकात्मक आज्ञा लेनी चाहिए और ये पत्ते तभी तोड़ें जब आपको इनकी जरूरत हो, बेवजह तोड़ी गईं पत्तियां अपवित्र मानी जाती है और साथ ही आपको पाप का भागीदार बनाती है।
इसके साथ ही तुलसी के पत्तों को सूर्योदय होने के बाद स्नान करके और स्वच्छ कपड़े पहनकर ही तोड़ें। वहीं पहले से टूटी हुईं पत्तियों को भी हमेशा साफ हाथ से ही छूना चाहिए। यदी आप तुलसी के पौधे (Tulsi Ka Paudha) को लगाते समय या इस्तेमाल करते समय इन बातों का ध्यान रखते हैं तो आपके घर में हमेशा सुख- समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का वास रहता है।
Uttarakhand Devbhoomi Desk: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2023-24 का आम बजट संसद (Budget 2023 Updates) में पेश कर दिया है। इस बार के बजट सत्र में कई बड़ी घोषनाएं की गई। इस बार सबसे खास बात यह रही कि 7 लाख रुपये तक की आय वालों को अब कोई टैक्स नहीं देना होगा। वहीं महिलाओं, युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों का भी खास ख्याल रखने की कोशिश की गई। बजट सत्र के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था चमकता सितारा है। ऐसे में बजट पेश किए जाने के बाद अब कई नेताओं की प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगी हैं।
फारूक अब्दुल्ला मोदी सरकार के नौवें बजट भाषण के पूरा होते ही जम्मू-कश्मीर (Budget 2023 Updates) के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि इस बजट में सबको कुछ न कुछ दिया गया है। साथ ही मध्यम वर्ग को मदद दी गई है।
शशि थरूर वहीं इस दौरान कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि बजट में कुछ चीजें अच्छी थी। ये पूरी तरह से नकारात्मक नहीं है, लेकिन बजट में मनरेगा का कोई जिक्र नहीं था। न ही सरकार ने बेरोजगारी, महंगाई की बात की।
स्मृति ईरानी उधर, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि इस बजट से महिला का सम्मान बढ़ा है। आज के बजट में दिखा कि नारी शक्ति एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण कैसे कर सकती है। ये बजट मध्यम वर्ग के हित में भी है।
Budget 2023 Updates: राजनाथ सिंह ने की बजट की तारीफ
वहीं बजट को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Budget 2023 Updates) ने कहा कि 2023-24 का बजट किसानों, महिलाओं, और मध्यम वर्ग को सहायता प्रदान करने पर केंद्रित है। रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि बजट प्रस्ताव देश को कुछ वर्षों के भीतर 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था प्राप्त करने की दिशा में ले जाएगा।
महबूबा मुफ्ती वहीं पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यह बजट वही है जो पिछले 8-9 साल से आ रहा था। इसमें बड़े कारोबारियों के लिए टैक्स वसूला जा रहा है।
RJD सांसद मनोज झा RJD सांसद मनोज झा ने कहा कि संविधान से आंखें मूंद कर स्तुति गान वाला बजट बनाते हैं तो कुछ हासिल नहीं होगा। ये बजट खास लोगों का खास लोगों द्वारा खास तरह से बनाया बजट है।
कार्ति चिदंबरम इसके अलाव कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने कहा कि लोगों (Budget 2023 Updates) के हाथ में पैसा देना अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने का सबसे अच्छा तरीका है।
अखिलेश यादव वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्रीय बजट ने देश के लोगों को निराशा दी है। उन्होंने यह भी बताया कि ये बजट महंगाई और बेरोजगारी को और बढ़ा रहा है।
डिंपल यादव सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा कि ये चुनावी बजट है, किसानों के लिए नहीं। रेलवे को पूरी तरह नज़रअंदाज़ किया गया है। ये बहुत ही निराशाजनक है।
गौतम गंभीर भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने कहा कि आम आदमी के लिए ये बजट (Budget 2023 Updates) एक ऐतिहासिक कदम है। मध्यम वर्ग को इस बजट से राहत मिलने की उम्मीद है।
रिजिजू उधर, केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि हम इस बजट से बहुत खुश है।
मनोहर लाल इसके अलावा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि ये बजट समाज के हर वर्ग को राहत देने वाला है। विशेषकर मध्यम वर्ग को। युवा, महिला, वरिष्ठ नागरिक सभी को इस बजट में राहत दी गई है।