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भूलकर भी तुलसी की पत्तियों को इस कारण न तोड़े, वरना हो सकता है अनर्थ

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Tulsi Ka Paudha: तुलसी के पौधे को लगाते समय और पत्तियों को इस्तेमाल करते समय इन बातों का रखें खास ख्याल

Tulsi Ka Paudha: ये तो हम सभी को मालूम ही है कि तुलसी के पौधे (Tulsi Ka Paudha) को घर पर लगाना कितना शुभ माना जाता है, लेकिन क्या आपको मालूम है कि अगर इसे सही दिशा पर न लगाया जाए या फिर तुलसी के पत्तों को गलत तरीके से तोड़ा जाए तो इसके कई दुष्परिणाम भी होते हैं जिनसे आपके जीवन में भूचाल आ सकता है।

तुलसी के पौधे (Tulsi Ka Paudha) को धरती पर सबसे पवित्र पौधा माना जाता है। हिन्दू शास्त्रों में इस बात का जिक्र है कि जिस भी घर में तुलसी का पौधा (Tulsi Ka Paudha) होता है और सुबह शाम इनकी पूजा की जाती है वहां सदैव देवी लक्ष्मी का वास तो होता ही है साथ ही ऐसे घर में विष्णु भगवान का भी वास होता है।

घर में तुलसी के पौधे (Tulsi Ka Paudha) को लगाने के कई फायदे होते हैं, लेकिन अगर तुलसी के पौधे से जुड़े नियमों का पालन न किया जाए तो इससे आपके जीवन में कई सारी परेशानियां भी आ सकती हैं। आज आपको इन्हीं नियमों के बारे में बताएंगे कि तुलसी का पौधा (Tulsi Ka Paudha) लगाते समय आपको क्या क्या सावधानियां बरतनी चाहिए, इनकी पूजा करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और इनके पत्तों को कब और कैसे तोड़ना चाहिए।

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ज्योतिष शास्त्रों के मुताबित तुलसी का पौधे (Tulsi Ka Paudha) लगाने की सबसे उत्तम दिशा होती है उत्तर दिशा और यदी आपके घर में उत्तर दिशा में कोई पर्याप्त स्थान नहीं है तो आप इसे ईशान कोण या फिर पूर्व दिशा में भी लगा सकते हैं। ऐसा कहा जाता है कि तुलसी के पौधे (Tulsi Ka Paudha) को यदी पूर्व दिशा में लगाया जाए तो इससे घर में सूर्य के समान ऊर्जा रहती है।  

अगर आप इन दिशाओं में तुलसी के पौधे (Tulsi Ka Paudha) को लगाते हैं तो इससे आपके घर में सुख- समृद्धि का वास होता है, लेकिन अगर आप तुलसी के पौधे (Tulsi Ka Paudha) को साउथ या फिर साउथ वेस्ट की ओर लगाते हैं तो इससे आपके घर में दरिद्रता आती है और आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।

तुलसी के पौधे (Tulsi Ka Paudha) को लगाने का सबसे शुभ दिन होता है बृहस्पतिवार। ऐसा कहा जाता है कि माता तुलसी भगवान विष्णु की प्रिय हैं और अगर ऐसे में आप बृहस्पतिवार के दिन अपने घर में तुलसी का पौधा (Tulsi Ka Paudha) लगाते हैं तो भगवान विष्णु की कृपा आप पर हमेशा बनी रहती है।

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अब बात करतें है कि तुलसी के पत्तों को कब तोड़ना चाहिए और कब नहीं। तुलसी की पत्तियों को पवित्र जरूर माना जाता है लेकिन अगर आप तुलसी की पत्तियों को बेवजह तोड़ते हैं तो ये पत्तियां अशुभ हो जाती हैं। हिन्दू मान्यता के अनुसार सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण, एकादशी, रविवार और सूर्यास्त होने के बाद कभी तुलसी के पत्तों को नहीं तोड़ना चाहिए। ऐसा करने से आपके जीवन पर कष्टों के बादल छा सकते हैं।    

इसके अलावा जब आप तुलसी के पत्ते तोड़ते हैं तो उससे पहले आपको तुलसी मइया से प्रतीकात्मक आज्ञा लेनी चाहिए और ये पत्ते तभी तोड़ें जब आपको इनकी जरूरत हो, बेवजह तोड़ी गईं पत्तियां अपवित्र मानी जाती है और साथ ही आपको पाप का भागीदार बनाती है।

इसके साथ ही तुलसी के पत्तों को सूर्योदय होने के बाद स्नान करके और स्वच्छ कपड़े पहनकर ही तोड़ें। वहीं पहले से टूटी हुईं पत्तियों को भी हमेशा साफ हाथ से ही छूना चाहिए। यदी आप तुलसी के पौधे (Tulsi Ka Paudha) को लगाते समय या इस्तेमाल करते समय इन बातों का ध्यान रखते हैं तो आपके घर में हमेशा सुख- समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का वास रहता है।

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