Uttarakhand News : Tomato Flu को लेकर उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। इस हैंड, फुट और माउथ डिजीज को लेकर बच्चों का विशेष ध्यान रखने को कहा गया है। स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने इस बीमारी को लेकर सभी जिलों के डीएम और सीएमओ को निर्देश भी जारी कर दिये हैं।
Tomato Flu पर गाइडलाइन जारी
उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने सभी जिलों के डीएम और सीएमओ को निर्देश जारी कर उन्हें Tomato Flu पर सतर्क रहने को कहा है। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि ये बीमारी हैंड, फुट और माउथ डिजीज है अभी से इस पर सावधानी बरती गई तो इसे फैलने से बचाया जा सकता है। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि जिस पर भी इस बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं ऐसे बच्चों को आइसोलेशन पर रखा जाए। इसके अलावा सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को भी सतर्क रहने को कहा गया है।
Tomato Flu एक सामान्य बीमारी है
Tomato Flu को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है यह एक सामान्य बीमारी है और सतर्क और सावधान रहने से इस बीमारी से बचा जा सकता है। साथ ही सामान्य लक्षणों के साथ ही ये बीमारी खुद ही ठीक हो जाती है। स्वास्थ्य विभाग ने अपने निर्देश में कहा के इस डिजीज को लेकर बच्चों को जागरूक जरूर करें।
ये लक्षण हैं Tomato Flu के
उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार इस बीमारी से संक्रमित बच्चे को बुखार के साथ बदन दर्द होना, जोड़ों में दर्द होना, भूख न लगना, जी मचलाना, मुंह के बाहर और भीतर दाने या छाले होना। साथ ही हाथ और पैरों में चकत्ते आ सकते हैं या फिर फफोलेदार दाने भी हो सकते हैं।
ऐसे फैलता है Tomato Flu
यह बीमारी हैंड, फुट और माउथ डिजीज है इसलिए इसका संक्रमण खांसने, छींकने और संक्रमित व्यक्ति के नजदीक आने से फैलता है। साथ ही संक्रमित व्यक्ति के थूक और लार से भी यह फैल सकता है। इसलिए संक्रमित बच्चे को मास्क पहनने और आइसोलेशन पर रखने के निर्देश दिये गये हैं।
Tomato Flu से बचने के लिए इन बातों का ख्याल रखें
इस बीमारी के बच्चों में फैलने की ज्यादा संभावना रहती है इसलिए बच्चों का खास ख्याल रखें। बच्चों में लक्षण पाये जाने पर उन्हें स्कूल या ट्यूशन जैसी जगह पर न भेजें। लक्षण की संभावना देखते ही तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। बच्चे के हाथ बार- बार धोएं और मास्क लगाकर रखें। बच्चे की इम्युनिटी बढ़ाने का कार्य करें उसे तरल पदार्थ, फल, सब्जियां, प्रोटीन और विटामिन का सेवन कराएं। बुखार और दर्द होने पर पेरासिटामोल का प्रयोग करें। इस बीमारी से बच्चा 6 से 7 दिनों में इलाज से ठीक भी हो जाता है।
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