SHIMLA ILLEGAL MOSQUE: शिमला के संजौली क्षेत्र में एक मस्जिद के कथित अवैध निर्माण को लेकर तनाव और विवाद गहराता जा रहा है। इस मुद्दे पर स्थानीय लोग, राजनीतिक दल और धार्मिक संगठन आमने-सामने आ गए हैं। मामले में नगर निगम ने भी स्वीकार किया है कि मस्जिद का निर्माण अवैध है और इस मामले को अदालत में ले जाया गया है। वहीं हिंदू संगठनों ने तो अवैध निर्माण हटाने के लिए दो दिन का अल्टीमेटम दिया है।
SHIMLA ILLEGAL MOSQUE: स्थानीय लोगों का विरोध
स्थानीय लोगों का आरोप है कि मस्जिद के निर्माण के लिए केवल एक मंजिल की अनुमति थी लेकिन अवैध रूप से तीन और मंजिलें जोड़ दी गईं। इस मुद्दे को लेकर हिंदू और मुस्लिम समुदाय के बीच झड़पें हुईं। स्थानीय दुकानदार पर हमले के आरोप लगे और कई लोग घायल हुए। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही इस मुद्दे पर एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
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सियासी दलों में आरोप-प्रत्यारोप
हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने आरोप लगाया कि मस्जिद के अवैध निर्माण के कारण क्षेत्र में अपराध बढ़ रहा है और महिलाओं की सुरक्षा खतरे में है। राज्य के विपक्ष ने मंत्री के बयान का समर्थन किया है और सरकार पर कार्रवाई करने का दबाव बनाया है। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस पर भाजपा की भाषा बोलने का आरोप लगाया है।
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