बेदाग छवि के सतपाल कहीं ढा ना दे बीजेपी का अभेद किला!

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हरिद्वार (संवाददाता- अरुण कश्यप): पिछले 20 वर्षों से हरिद्वार नगर विधानसभा क्षेत्र में एक छत्र राज करने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री और वर्तमान में भाजपा के

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प्रदेश अध्यक्ष मदन कोशिक की मुश्किलें इन दिनों दिन दूनी और रात चौगुनी रफ्तार से बढ़ती नजर आ रही है। उन्हें और उनके समर्थकों को डर है कि हरिद्वार नगर निगम चुनाव में बुरी हार के बाद जिस तरह उनका किला ढह गया था, कहीं इस बार भी उनका यही हाल विधानसभा चुनाव में ना हो जाए, क्योंकि इस बार उन्हें सीधी टक्कर देने के लिए खुद सतपाल ब्रह्मचारी मैदान में है, मदन कौशिक और सतपाल ब्रह्मचारी के इस रोमांचक मुकाबले को देखने की चाहत पिछले लंबे समय से नगरवासियों को यकीनन रही होगी।

2012 में भी शहर की जनता इनका मुकाबला देख चुकी है,जिसमें सतपाल ब्रह्मचारी को हार का मुंह देखना पड़ा था, तब से शहर में केवल सतपाल ब्रह्मचारी को ही मदन के बड़े प्रतिद्वंदी के रूप में जाना जाता है। जानकर बताते हैं कि 2012 के बाद इस मुकाबले के लिए शहर वासियों ने वाकई लंबा इंतजार किया है, सभी जानते हैं कि हर बार हजारों मतों से जीतकर लगातार चार बार नगर विधायक बनने वाले मदन कौशिक को यदि कोई टक्कर दे सकता है तो वो है सतपाल ब्रह्मचारी, क्योंकि सतपाल ब्रह्मचारी शहर में वह नाम है जो सीधे आम आदमी से जुड़ा हुआ माना जाता है, शायद यही कारण है कि पिछले 20 वर्षों में इतनी बौखलाहट शायद मदन कौशिक और उसके समर्थकों को कभी नहीं हुई होगी जितनी वर्तमान समय में है, उत्तरी हरिद्वार जो मदन कौशिक का गढ़ माना जाता है वहां सतपाल ब्रह्मचारी की स्थिति बेहद मजबूत बताई जा रही है, भीम गोड्डा से लेकर देवपुरा तक यकीनन सतपाल ,मदन पर हावी हो सकते हैं,  उसके बाद मध्य हरिद्वार और कनखल क्षेत्र में भी मिलाजुला असर देखने को मिलेगा या यूं कहें कि यहां मेयर पति अशोक शर्मा के वर्चस्व के कारण भी कई क्षेत्रों में मदन कोशिक फिसड्डी रह सकते हैं, इसी तरह बात अगर ज्वालापुर क्षेत्र की करें तो यहां इस क्षेत्र को मुस्लिम बाहुल्य होने के कारण कांग्रेस का अभेद किला भी माना जाता है, मलिन बस्तियों के करीब पचास हजार वोट जिन्हें मदन कौशिक का रिजर्व वोट बैंक कहा जाता है उसमे यदि सतपाल सेंधमारी में कामयाब हो जाते हैं तो इस बार शायद वो हो जाए जिसकी अभी तक हरिद्वार में कोई कल्पना भी नहीं कर सकता।

सतपाल ब्रह्मचारी की बेदाग छवि उनका बड़ा हथियार

सतपाल ब्रह्मचारी हरिद्वार नगर पालिका के चैयरमैन रह चुके हैं लेकिन यदि उनकी छवि की बात की जाए तो वो अभी तक बेदाग रही है, जिसे इस बार कांग्रेस इस सीट पर यकीनन कैश करने का पूरा प्रयास करेगी।

वहीं मदन कौशिक के घोटालों और कारनामों की लिस्ट बहुत लंबी है नीलम हत्याकांड से लेकर 17 लाइब्रेरी घोटालों तक सब में मदन कौशिक दोषी है।

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