गर्मी बढ़ते ही पेयजल किल्लत शुरू, यहाँ के ग्रामीणों ने छेड़ी स्त्रोतों को रिचार्ज करने मुहीम

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पौड़ी: नदियों के घर में रहने वाले लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। गंगा, यमुना, भागीरथी, अलकनंदा, मंदाकिनी, काली नदियां जिस राज्य की पहचान हैं. उस उत्तराखंड में गर्मी और पानी की जरूरत बढ़ने के साथ ही इसकी किल्लत शुरू हो गई है।पौड़ी में  बढ़ती गर्मी के कारण जहां शहरी क्षेत्रों में पेयजल किल्लत शुरू हो गई है , साथ ही  ग्रामीण क्षेत्रों में भी पेयजल स्त्रोत सूखने लगे हैं। ऐसे में पौड़ी जनपद के कल्जीखाल ब्लाक स्थित डांगी गांव में ग्रामीणों ने प्राकृतिक स्त्रोतों को रिचार्ज करने और जल संरक्षण-संवर्द्धन के लिये मुहीम छेड़ी हुई है।

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गहराते पेयजल संकट को देखते हुए ग्रामीण गांव में मौजूद उन उपेक्षित पेयजल स्त्रोतों पर पानी बढ़ाने के लिए आवश्यक पारम्परिक कार्य कर रहे हैं। इससे प्राकृतिक स्त्रोतों पर पानी की मात्रा भी बढ़ गई है, तो वही जल संस्थान के अधिशासी अभियंता शिव कुमार द्वारा बताया गया कि गर्मियों का सीजन शुरू होते ही लगातार जल संस्थान भी ग्रामीण क्षेत्रों में पानी पहुंचाने के लिए तत्पर कार्य कर रहा है जहां पानी की किल्लत शुरू हो जाती है उन्होंने कहा कि जिन गांवों में पानी की अधिक किल्लत है वहां टैंकरों के मदद से पानी को पहुंचाया जा रहा है जिससे जल संकट की स्थिति ना हो सके।