Pauri Bus Accident
पौड़ी में चार अक्टूबर हुए बस हादसे के बाद गांव वालों में मातम पसरा हुआ है। एक के बाद एक शव जब गांव पहुंचे तो शवों को देखकर हर किसी का कलेजा फट गया। इसी बस में एक मासूम बच्ची भी बैठी थी। बच्ची की मां का नाम था गुड़िया, गुड़िया तो हमेशा के लिए इस दुनियां से चली गई लेकिन जाने से पहले उसने अपनी मासूम बिटीया को बचा लिया उसको एक नई जिंदगी दे दी।
लोगों का कहना है कि बस के पलटते ही बस में सवार 4-5 युवक झाड़ियों में कूद गए, इसे देख गुड़िया ने भी तत्काल अपनी बेटी शिवानी को बस से बाहर झाड़ी में फेंक दिया।
Pauri Bus Accident
गुड़िया ने तेजी दिखाते हुए शिवानी को बस से बाहर झाड़ियों में सुरक्षित फेंक दिया था लेकिन वो खुद बस से बाहर नहीं निकल सकी।
वहीं प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार दूल्हे की कार बस के आगे जा रही थी लेकिन सड़क पर अचानक से सांप आ गया जिस वजह से कार ड्राइवर ने ब्रेक लगा दिया और पीछे आ रही बारात की बस ने कार को ओवरटेक कर दिया और बस आगे निकलते ही 500 मीटर आगे खाई में जा गिरी, इस हादसे में 32 लोगों की मौत हो गई जबकि 18 लोग घायल हैं।
बस दुर्घटना को लेकर दावा किया गया है कि बस में पहले से ही कुछ समस्या थी। दुल्हे की गाड़ी के चालक ने कहा कि लग रहा था कि गाड़ी में कोई परेशानी है। इसलिए हमने उसे अपने पीछे चलने के लिए कहा था। एक जगह पर जब हम रुके तो बस चालक आगे निकल गया, मोड़ पर पहुंचते ही टायर का कमानी पत्ता टूट गया और बस खाई में जा गिरी।
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