पान बेचने वाले के बेटे ने दिलाया भारत को इस कॉमनवेल्थ गेम्स में पहला मेडल

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दिल्ली ब्यूरो- कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का खाता खुल गया है। वेटलिफ्टर संकेत महादेवा ने स्नैच और क्लीन एंड जर्क को मिला कुल 248 किलोग्राम वजन उठाते हुए सिल्वर मेडल जीता। इस तरह से भारत को पहला मेडल इस कॉमनवेल्थ गेम्स में मिला है। संकेत महाराष्ट्र के सांगली के रहने वाले हैं। वेटलिफ्टिंग में भारत को एक और मेडल मिलने की उम्मीद नज़र आ रही है।

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कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत के खाता खुलने की शुरुआत सिल्वर मेडल से हुई है। संकेत महादेव सरकर ने पुरुष वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता में 55 किलो भार वर्ग में भारत को ये सिल्वर मेडल दिलाया। संकेत ने पहले राउंड में यानी स्नैच में बेस्ट 113 किलोग्राम भार उठाया। उसके बाद दूसरे राउंड में क्लीन एंड जर्क में 135 किलोग्राम भार उठाकर मेडल अपने नाम किया। इस भार वर्ग में मलेशिया के मोहम्मद अनीद ने गोल्ड मेडल जीता। महाराष्ट्र सांगली के रहने वाले संकेत को वेटलिफ्टिंग का गहरा लगाव है। वे खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2020 में और खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2020 में चैंपियन रहे थे। संकेत 55 किलो भार वर्ग में राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी उनके ही नाम है।

संकेत कोल्हापुर के शिवाजी यूनिवर्सिटी में इतिहास का छात्र है। उसके पिता की सांगली में पान की दुकान है। हाल ही में एक इंटरव्यू में संकेत ने कहा था कि अगर वे गोल्ड मेडल जीत लेते हैं तो अपने पिता की मदद करेंगे। उन्होंने मेरे लिए बहुत मेहनत की है, अब वह उन्हें आराम करते हुए देखना चाहता है। साथ ही संकेत ने ये भी साफ किया है कि उसका अगला उद्देश्य पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतना है।