उत्तराखंड विधानसभा में नौकरी लगाने के नाम पर ठगे तीन-तीन लाख, ऐसे लिया झांसे में

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देहरादून, ब्यूरो। उत्तराखंड विधानसभा में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से लाखों रुपये ठगे गए हैं। ठगी का शिकार हुए युवाओं ने पुलिस से शिकायत की है। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। पीड़ितों का आरोप है कि उनसे उत्तराखंड विधानसभा देहरादून में नौकरी लगाने के नाम पर तीन-तीन लाख रुपये ठग लिए गए हैं। अब न तो नौकरी लगी है और न ही पैसा वापस दिया जा रहा है। पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है।

बता दें कि विधानसभा में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी का गंभीर मामला सामने में आया है। पीड़ितों ने मामले की शिकायत पुलिस क्षेत्राधिकारी से की है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। सीओ को सौंपे गए शिकायती पत्र में गणेश सिंह निवासी जैंती, कृष्णा सिंह निवासी जैंती और नरेंद्र सिंह निवासी दाड़िमी जैंती अल्मोड़ा उत्तराखंड का कहना है कि राजकीय बालिका इंटर कालेज जैंती में कार्यरत कविता मेहरा और उनके पुत्र आदित्य मेहरा ने उन्हें विधनसभा में नौकरी दिलाने का झांसा दिलाया।

जिसके बाद उन्होंने हल्द्वानी के रहने वाले रितेश पाण्डे नामक व्यक्ति से उन्हें मिलवाया। नौकरी लगवाने के नाम पर रितेश पाण्डे ने उनसे तीन-तीन लाख रुपये की डिमांड की जिसके बाद पीड़ितों ने ये धनराशि रितेश के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी। पीड़ितों का कहना है कि उन्होंने अपने रिश्तेदारों से कर्ज कर उन्हें यह रकम दी थी। अब न तो उनकी नौकरी लग पाई है और न वह रिश्तेदारों के पैसे लौटा पा रहे हैं।ऐसे में पीड़ितों के सामने घनघोर आर्थिक संकट पैदा हो गया है।

पीड़ितों का कहना है कि सितंबर 2021 में पैसा जमा कराने के बाद भी न तो उनकी नौकरी लग पाई और न ही उनका पैसा ही वापस मिल पाया। जब भी रितेश से पैसा मांगा जाता है तो वह धमकियां देने लगता है। उन्होंने जालसाजी के आरोपी कविता मेहरा, आदित्य मेहरा और रितेश पाण्डे के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। सीओ ने पुलिस को मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं।

दूसरी ओर कमलुवागांजा निवासी नवीन चंद्र जोशी ने भी रितेश पाण्डे पर उसके साथ धोखा करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि रितेश पाण्डे ने उसे नौकरी दिलाने का वायदा किया था और उसके एवज में उससे मोटी रकम वसूली थी। रकम देने के बाद भी न तो नौकरी मिली और न ही पैसा वापस लौटाया। जब भी उससे पैसा मांगा जाता है वह टाला मटोली करता है। पुलिस ने शिकायत के आधार मामले की जांच शुरू कर दी है। अब देखना होगा कि धोखाधड़ी के शिकार हुए इन लोगों को पुलिस न्याय दिलवा पाती है या नहीं।