National Sugar Institute kanpur ने ज्वार से शहद का विकल्प तलाशा,सेवन के अनेक फायदे
चीनी और डायबिटीज से घबराने वालों के लिए ख़ुशी की खबर है ये बताया है National Sugar Institute के निदेशक प्रोफेसर नरेंद्र मोहन जिन्होंने एक ज्वार से ऐसे शहद की परिकल्पना की है जिसमें sucrose की मात्रा कम होती है लेकिन glucose और fructose की मात्रा अधिक होती है. calorie भी कम मात्रा में होने से इस उत्पाद का प्रयोग चीनी और शहद की जगह कर सकते हैं.
National Sugar Institute के निदेशक ने अपनी रिसर्च पेश की
प्रोफेसर नरेंद्र मोहन ने बताया कि चीनी में 100 प्रतिशत sucrose होता है जो मधुमेह बढ़ने की बड़ी वजह होता है जिसमें 385 किलो calorie प्रति 100 gram होती है. इसी वजह से लोग चीनी सेवन से घबराते हैं. संस्थान ने ज्वार के तने से निकले रस से शहद का विकल्प तलाशा है। इसके सेवन से वही औषधीय लाभ मिलेंगे जो शहद के होते हैं और चीनी का उच्च विकल्प भी हो सकता है.
National Sugar Institute को alchohol के अनुसन्धान में ये विकल्प मिला
संस्थान के निदेशक ने दावा किया है कि हैदराबाद की इंडियन इंस्टिट्यूट से करार के दौरान ज्वार अलग अलग प्रजातियों से alchohol प्राप्त करने के लिए अनुसन्धान शुरू किया था और उसी दौरान ये बात सामने आयी कि मीठे ज्वार के तने से जो रस मिलता है, उसे गाढ़ा करने पर शहद के समान ही गुण मिलते हैं जिसमे sucrose की मात्रा कम होती है जो कि चीनी में बहुत बड़ी मात्रा में पायी जाती है.
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इस अनोखे शहद को चीनी के विकल्प के तौर पर देख सकते हैं जिसमें sucrose की मात्रा सिर्फ 5 से 8 प्रतिशत होती है ,वसा 0.1 से 0. 2 प्रतिशत पायी जाती है. वहीं प्रोटीन 0.4 से 0.8 प्रतिशत पायी जाती है. इस शहद के कुछ अनोखे फायदे हैं जैसे -बालों के लिए लाभकारी, वजन काम करने के लिए, मुहांसे की समस्या अगर हो ,प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक और खांसी और गले की खराश में भी फायदेमंद।
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