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‘महिलाओं की नंगी जांघें और अंग प्रदर्शन मांस की बढ़ती कीमतों के लिए जिम्मेदार’

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नई दिल्ली, ब्यूरो। किर्गिस्तान देश के एक इमाम ने मांस की बढ़ती कीमतों के लिए महिलाओं के अंग प्रदर्शन को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने यह बयान हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान दिया। यह बयान अब सोशल मीडिया के साथ पूरी दुनिया में खूब वायरल हो रहा है। किर्गिस्तान में तो कई महिलाएं मौलाना सदयबकास डूलोव के इस विवादित बयान से भड़क गई हैं, उन्होंने सरकार से इस इमाम के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज कर जांच की मांग की है। दरअसल, पिछले जून माह में ही किर्गिस्तान में मीट-मांस के दाम आसमान छू रहे थे। यहां 600 रुपये किलो मीट बिका है, वहीं मीडिया रिपोट्र्स की मानें तो अभी मांस के दामों में और इजाफा होगा। वहीं, इस इमाम के बेतुके विवादित बयान से लोगों में काफी गुस्सा है। मौलाना सदयबकास डूलोव एक इस्लामिक विश्वविद्यालय के प्रमुख होने के साथ ही अवार्ड विजेता भी रहे हैं। उनके इस तरह के बेतुके बयान से हर कोई हैरान हैं।

‘महिलाओं की नंगी जांघें और अंग प्रदर्शन मांस की बढ़ती कीमतों के लिए जिम्मेदार’

‘महिलाओं की नंगी जांघें और अंग प्रदर्शन मांस की बढ़ती कीमतों के लिए जिम्मेदार’

किर्गिस्तान देश के इस इमाम के बेतुके विवादित बयान से लोगों में काफी गुस्सा 

दरअसल, किर्गिस्तान देश के इस इमाम सदयबकास डूलोव ने महिलाओं के अंग प्रदर्शन को मीट की बढ़ती कीमतों के जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि महिलाएं अपनी जांघें ऐसी दिखाती हैं जैसे अंगूठा दिखा रहे हैं। बता दें कि रेडियो फ्री यूरोप की रिपोर्ट के मुताबिक मौलाना ने दावा किया था कि मांस की कीमतें इसलिए बढ़ रही हैं क्योंकि महिलाओं ने अपने शरीर का बहुत ज्‍यादा प्रदर्शन करके खुद को सस्‍ता बना लिया है। उन्‍होंने कहा कि आप जानते हैं आपके यहां मांस कब महंगा हो जाता है? इसका पैसा तब बढ़ता है जब महिलाओं का मांस सस्ता हो जाता है। एक महिला का मांस तब सस्ता होता है जब वह अंग प्रदर्शन करती है, अंगूठे की तरह जांघें भी दिखाने लगती है। महिलाओं के कम कपड़े पहनने का यह विवादित बयान मौलाना डूलोव ने हाल ही में कीर्गिस्तान की राजधानी बिस्‍केक में एक कार्यक्रम के दौरान दिया था।

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दूसरी ओर किर्गिस्तान धार्मिक प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा कि जांच में पता चला है कि मौलाना डूलोव ने अपने बयान से किसी भी इस्‍लामिक कानून का उल्‍लंघन नहीं किया है। उन्‍होंने यह भी दावा किया कि उनके भाषण को कई लोगों ने गलत समझा है। उधर, बढ़ते विवाद के बाद अब डूलोव ने भी दावा किया है कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है। मौलाना ने कहा कि उनके कहने का मतलब यह है कि सभी मुद्दों के लिए अधिकारियों को जिम्‍मेदार न ठहराया जाए। उन्‍होंने यह भी सलाह दे डाली कि किर्गिस्‍तान के लोग अपने नैतिक मूल्‍यों का परीक्षण करें।

वहीं, इमाम सदयबकास डूलोव का यह विवादित बयान सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। डूलोव के बयान से महिलाएं भड़क गई हैं। महिलाओं ने सरकार से मांग की है कि वह इमाम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर इसे गिरफ्तार करने के साथ महिलाओं से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने को कहें। इसके साथ इमाम सदयबकास डूलोव के खिलाफ आपराधिक जांच की जाए। बता दें कि यह मौलाना राजधानी के स्‍वेरडलोव जिले की एक मस्जिद में इमाम हैं। सरकारी धार्मिक प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा है कि उन्‍होंने डूलोव के बयान की जांच की है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उन्‍होंने किसी के सम्‍मान और प्रतिष्‍ठा का उल्‍लंघन तो नहीं किया है।

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