LOCAL BODY ELECTIONS IN UTTARAKHAND: उत्तराखंड में एक बार फिर से निकाय चुनाव टाल दिए गए हैं। राज्य सरकार ने 20 अगस्त को नैनीताल हाईकोर्ट को सूचित किया था कि 25 अक्टूबर तक निकाय चुनाव करवा लिए जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया है। सरकार का कहना है कि ओबीसी सर्वे समय पर पूरा नहीं होने की वजह से निकाय चुनाव को स्थगित करना पड़ा है।
निकाय चुनाव को लेकर चल रही अटकलों पर अब विराम लग गया है। 1 दिसंबर 2023 को सभी निकायों का कार्यकाल समाप्त हो गया था, जिसके बाद कोर्ट में मामला लंबित होने के कारण 6 महीने के लिए सभी निकायों में प्रशासक नियुक्त किए गए थे। इन प्रशासकों का कार्यकाल 2 जून 2024 को समाप्त हो गया था, लेकिन उस समय प्रदेश में लोकसभा चुनाव के चलते आचार संहिता लागू थी। संवैधानिक बाध्यता के कारण, सरकार ने निकाय चुनाव को तीन महीने के लिए टाल दिया था। (LOCAL BODY ELECTIONS IN UTTARAKHAND)
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LOCAL BODY ELECTIONS IN UTTARAKHAND: ओबीसी सर्वेक्षण समय पर पूरा नहीं हुआ
शासन द्वारा जारी आदेश में बताया गया है कि ओबीसी का सर्वेक्षण समय पर पूरा नहीं होने के कारण निकाय चुनाव में देरी हो रही है। इसके अलावा, निकायों में आरक्षण और अन्य तकनीकी मुद्दों पर भी सरकार की तैयारी अधूरी है। सरकार ने कई निकायों में परिसीमन की प्रक्रिया शुरू की है और इसके लिए विधेयक भी विधानसभा में प्रस्तुत किए गए थे, लेकिन तकनीकी खामियों के कारण इन्हें प्रवर समिति को भेजा गया है। प्रवर समिति की रिपोर्ट आने में कम से कम एक महीने का समय लगेगा। इन सभी कारणों से सरकार ने फिलहाल निकाय चुनाव टालने का फैसला लिया है।
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