Uttarakhand News: Kedarnath Yatra: आज केदारनाथ यात्रा बाबा केदारनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद होते ही इस वर्ष के लिए यह यात्रा भी समाप्त हो गई है। लेकिन इस बार केदारनाथ यात्रा ने कई रिकॉर्ड भी बनाए हैं। जहां इस बार रिकॉर्ड 15 लाख से अधिक श्रद्धालु केदारनाथ दर्शन करने आये वहीं कमाई की बात करें तो घोड़े वालों ने हेलीकॉप्टर से ज्यादा कमाई करते हुए एक अरब से अधिक का कारोबार किया।
Kedarnath Yatra: हेलीकॉप्टर से आगे घोड़े वाले
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा का क्यों रीढ़ की हड्डी कहा जाता है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण आज समाप्त हुई केदारनाथ यात्रा (Kedarnath Yatra) है। कोरोना काल के बाद इस साल केदारनाथ यात्रा में कमाई के भी रिकॉर्ड बने। यहां घोड़े वाले हेलीकॉप्टर वालों से आगे रहे। केदारनाथ यात्रा में 4302 घोड़ा स्वामियों ने जिला पंचायत में 8644 घोड़े खच्चर पंजीकृत किए थे। जिसमें 5.34 श्रद्धालुओं ने केदारनाथ यात्री की। ऐसे में इन घोड़े वालों ने 1.09 अरब का कारोबार किया, जिसमें उन्होंने 1.01 अरब रुपए कमाए।
जबकि हेलीकॉप्टर की बात करें तो, हेलीकॉप्टर में 1.5 लाख श्रद्धालु केदारनाथ पहुंचे, जिससे हेली कंपनियों ने 75 करोड़ रुपये का कारोबार किया। ऐसे ही डंडी कंडी वालों की बात करें तो डंडी- कंडी में बैठकर 39664 श्रद्धालुओं ने यात्रा की, जिसमें से उनकी 86 लाख 76 हजार 300 रुपये की कमाई हुई।
Kedarnath Yatra: 15 लाख से अधिक ने किये बाबा के दर्शन
6 मई को इस बार केदारनाथ धाम की यात्रा शुरू हुई थी। कपाट खुलते ही लग गया था कि इस बार यात्रा के सभी रिकॉर्ड टूटेंगे। केदारनाथ यात्रा (Kedarnath Yatra) शुरू होते ही पहले दिन ही 20 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये। इस तरह से इस वर्ष गुरुवार को कपाट बंद होने तक 15 लाख 61 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा केदार का आशीर्वाद लिया।
जब अगले वर्ष केदारनाथ यात्रा शुरू होगी तो वहां श्रद्धालुओं को मंदिर के गर्भगृह में सोने की परत चढ़ी दिखाई देगी। कपाट बंद होने से ठीक एक दिन पहले यह काम पूरा हो गया है। यहां गर्भगृह के चारों दीवारों पर और भगवान शिव के स्वयंभू लिंग की जलेरी में सोने की 560 प्लेट लगाई गई हैं।
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