दिल्ली, ब्यूरो : जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग के बीच सरकार का बड़ा फैसला सामने आया है। कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा के लिए अहम कदम उठाया गया है। सरकार ने श्रीनगर के अलग-अलग इलाकों में तैनात 117 कश्मीरी पंडित शिक्षकों का जिला मुख्यालय में ट्रांसफर कर दिया है या फिर उनका समायोजन कर दिया है। श्रीनगर चीफ एजुकेशन ऑफिसर ने एक पत्र जारी कर इसकी जानकारी दी है। बता दें कि गुरूवार को कश्मीरी पंडितों की हत्या को लेकर जम्मू में जल्द से जल्द ट्रांसफर की मांग को लेकर सैकड़ों सरकारी कर्मचारियों ने मार्च निकाला था। जहां सभी कर्मचारियों ने सरकार से सुरक्षा देने की अपील भी की थी और कहा था कि जब तक इस संबंध में कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती,तब तक वो काम नहीं करेंगे.
माना जा रहा है कि कश्मीर घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन के बीच उन्हें सुरक्षा का एहसास दिलाने के लिए सरकार ने ये कदम उठाया है। हाल ही में आतंकियों ने बैंक में घुसकर एक राजस्थानी युवक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इससे पहले कुलगाम जिले के एक स्कूल में आतंकवादियों ने कश्मीरी पंड़ित शिक्षक रजनी बाला को मार दिया था। वहीं कश्मीरी पंडितों को आतंकी सगंठन बार बार धमकी दे रहे हैं। कश्मीर पंडितों को जल्द से जल्द घाटी से चले जाने की धमकी दी जा रही है। वहीं अब टारगेट किलिंग के बीच सरकार का ये बड़ा फैसला है, जिसमें 117 कश्मीरी पंडित शिक्षकों का ट्रांसफर किया गया है।
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बता दें कि बीते दिन शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अधिकारियों के साथ एक हाई लेवल मीटिंग की थी। इस मीटिंग में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के अलावा NSA डोभाल, जम्मू-कश्मीर के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस दिलबाग सिंह, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिदेशक कुलदीप सिंह और सीमा सुरक्षा बल के प्रमुख पंकज सिंह मौजूद थे। इस मीटिंग में जम्मू-कश्मीर में हो रही टारगेट किलिंग को लेकर चर्चा हुई थी।