JAUNPUR VIRAL LETTER: जौनपुर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जिसमें सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पत्र में एक व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि वह नायब तहसीलदार के कार्यालय में एक प्राइवेट कर्मचारी के रूप में काम करता है और उसे मिलने वाली घूस की रकम कम है। उसने पत्र में जिलाधिकारी से अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की मांग की है।
JAUNPUR VIRAL LETTER:क्या है पूरा मामला?
इस वायरल फोटो में राजाराम यादव नामक व्यक्ति ने पत्र लिखकर जिलाधिकारी को बताया कि वह नायब तहसीलदार के कार्यालय में काम करता है और घूस की रकम में उसकी हिस्सेदारी कम है। उसने आरोप लगाया कि अन्य प्राइवेट कर्मचारियों को एक हजार रुपये रोजाना मिलते हैं, जबकि उसे केवल पांच सौ रुपये मिलते हैं।
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पत्र के वायरल होने के बाद जिलाधिकारी ने एसडीएम शाहगंज को इस मामले की जांच के निर्देश दिए। एसडीएम ने 5 सितंबर को नायब तहसीलदार से इस मामले में रिपोर्ट तलब की। नायब तहसीलदार की रिपोर्ट में कहा गया कि कार्यालय में कोई प्राइवेट कर्मी काम नहीं करता है और राजाराम यादव का नाम किसी भी रिकॉर्ड में नहीं मिला। नायाब तहसीलदार के अनुसार राजाराम यादव का ये आरोप पूरी तरह से मिथ्या और भ्रामक है। इस मामले से प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं और जनता के बीच में भी भ्रम की स्थिति बन रही है। फिलहाल जिला प्रशासन इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहा है।
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