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गूगल, हाई कोर्ट! क्यों रखे जाते हैं इस गांव में बच्चों के ऐसे नाम

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Hakki Pikki Tribe: इस गांव में कांग्रेस और जनता पार्टी है एक दूसरे की दोस्त

Hakki Pikki Tribe: जिस कांग्रेस और जनता पार्टी को आप एक दूसरे का दुश्मन समझते हैं, असल में वो कोई दुश्मन नहीं बल्की बहुत अच्छे दोस्त हैं। वहीं सोनिया गांधी कई बार अमिताभ बच्चन के साथ खेलने के लिए उनके घर जाती है। कुछ समझ नहीं पा रहे न? कोई बात नहीं हम आपको समझाते हैं।

दरअसल हम जिनकी बात कर रहे हैं वो बच्चे हैं जो एक दूसरे का साथ खेलते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि इन बच्चों के नाम इनके माता पिता ने भला ऐसे क्यों रखे होंगे। तो आपको बता दें कि दक्षिण भारत में बैंगलुरू के पास भाद्रपुर नाम का एक छोटा सा गांव है जहां बच्चा पैदा होने पर उनके नाम या तो किसी मशहूर हस्ती के नाम पर रखे जाते हैं या तो किसी पसंदीदा मिठाई के नाम पर रखे जाते हैं या फिर किसी चीज़ पर रखे जाते हैं।

इस अनोखी परंपरा को निभाने वाली जनजाति का नाम है हक्की पिक्की (Hakki Pikki Tribe) जो अपने बच्चों के पैदा होने पर उनका नामकरण बड़े ही अनोखे तरीके से करते हैं। पिछले एक दशक से ये जनजाति (Hakki Pikki Tribe) इस अजीबो गरीब रिवाज़ को निभाती चली आ रही है, जिसमें ये लोग अपने बच्चों के नाम किसी मशहूर हस्ती, वस्तु या खाने की चीज़ पर रखते हैं।

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इस गांव (Hakki Pikki Tribe) में रहने वाले बच्चों के नाम कॉफी, हाई कोर्ट, अंग्रेजी, अनिल कपूर, बस, अमिताभ बच्चन, सोनिया गांधी, कांग्रेस, जनता पार्टी जैसे कई नाम रखे गए हैं। यहां तक कि इस गांव (Hakki Pikki Tribe) में गूगल नाम का एक बच्चा भी है और साथ ही इसके दोस्त हैं जिनका नाम है जापान, अमेरिका, सुप्रीम कोर्ट।

इन लोगों द्वारा अपने बच्चों के इस तरह के नामों को रखने के बाद ऐसा लगता है मानों इन सभी ने शेक्सपीयर की किताब पढ़ी हो जिसका नाम है ‘नामों में क्‍या रखा है’.

इस जनजाति (Hakki Pikki Tribe) का इतिहास है कि पहले ये जंगलों में रहा करती थी लेकिन फिर 1970 के बाद जब वन विभाग द्वारा जंगलों को लेकर कड़े कानून बनाए गए तो सरकार ने इस जनजाति (Hakki Pikki Tribe) को बैंगलुरू के पास ही भाद्रपुर में बसा दिया, जिसके बाद से ये लोग इसी गांव में बस गए और लोगों के बीच अजीबों गरीब नामों को लेकर जाने जाने लगे।

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वहीं जब बाहर के लोग इस गांव में आते हैं तो वह भी हैरान रह जाते है और जब लोगों द्वारा इनसे पूछा जाता है कि उन्होंने अपने बच्चों के ऐसे नाम क्यों रखें हैं तो इस पर इस जनजाति (Hakki Pikki Tribe) के लोगों का कहना है कि उन्हें जो भी चीज़ पसंद आती है वो वही नाम अपने बच्चे का भी रख देते हैं, जैसे अगर कोई फिल्मी सितारा उन्हें पसंद है तो वो उस फिल्मी सितारे के नाम पर अपने बच्चे का नाम रख देते हैं, अगर कोई मिठाई पसंद हैं तो अपने बच्चे का नाम उस मिठाई के नाम पर रख देते हैं।

वहीं इस गांव में अधिकतर नामों के साथ एक इतिहास जुड़ा है, जैसे कि अगर कोई बच्चा कॉफी के बागान के पास पैदा हुआ है तो उसका नाम कॉफी पड़ गया।

आपको बता दें कि जैसे नाम रखने के मामले में इस समुदाय (Hakki Pikki Tribe) के लोगों की कुछ अलग प्रथा है वैसे ही इनकी शादी करने को लेकर भी अलग प्रथाएं हैं, जैसे कि हमारे देश में शादी के समय पर ज्यादातर दुल्हन की तरफ से दहेज आता है लेकिन इस समुदाय में दुल्हन नहीं बल्की दुल्हा दहेज देता है और अगर शादी के बाद पति पत्नी एक दूसरे से अलग होते हैं तो ऐसे में पति द्वारा दिया गया आधा दहेज पत्नी को वापिस करना पड़ता है।

इस जनजाति (Hakki Pikki Tribe) के लोगों को करीबन 14 अलग अलग बोलियां बोलनी आती हैं। वहीं हम्‍पी यूनिवर्सिटी के आदिवासी अध्‍ययन विभाग के मुताबिक, इस जनजाति (Hakki Pikki Tribe) के लोग राजपूत राजा राणा प्रताप से तालुक रखते हैं।

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