दुनियां के चार ऐसे देश जहां कभी नही होती रात

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Matterhorn, milky way and a reflection at night, Switzerland

यूं तो प्रकृति का नियम है कि रात के बाद सुबह होती है और सुबह के बाद रात..और ये भी कहा जाता है कि दिन के समय काम और रात के समय आराम..लेकिन आप में से शायद ही कोई यकीन कर पाएगा कि दुनियां में कुछ ऐसी भी जगहें हैं जहां रात ही नही होती…आज हम आपको दुनिया के 4 ऐसे देशों के बारे में बताएगें जहां रात ही नही होती..जहां सूर्य कभी अस्त नहीं होता…तो बात करते हैं सबसे पहले ऐसे देश की जिसका नाम है नोर्वे
नोर्वे में आधी रात के समय भी आप सूरज उगता हुआ देख सकते हैं..ऐसा इसिलिए होता है क्योंकि यहां सूरज डूबता ही नही है..जिस वजह से यहां अंधेरा नही होता..और उजाले में ही यहां के लोगों को सोना पड़ता है..यही कारण है कि इसे लैंड ऑफ मिडनाइट सन भी कहा जाता है..यहां मई से लेकर जुलाई तक 76 दिनों तक 24 घंटे सूरज निकला ही रहता है. ये एक बेहद ही खूबसूरत देश है ..आप भी यहां घूमने के लिए आ सकते हैं और इस खूबसूरत से मौसम का लुत्फ उठा सकते हैं..
अब बात करते हैं दूसरे देश की जिसका नाम है अलास्का…
अलास्का एक आयलैंड है जो कभी रुस का हिस्सा हुआ करता था…परंतु बाद में अमेरिका ने इसे खरीद लिया था..और यहां भी कईं जगह मई से जुलाई तक सूरज नहीं डूबता..यानी इन दिनों यहां रोशनी ही रहती है.. यहां 12.30 बजे के करीब सूर्य अस्त होता है और 51 मिनट बाद फिर सूर्योदय भी हो जाता है…फिर इसके कुछ महीने बाद यानि सर्दियों में आप इसका उल्टा देखेंगे, नवंबर की शुरुआत में यहां अगले 30 दिनों तक अंधेरा रहता है। इस स्थिति को पोलर नाइट्स भी कहते हैं। बर्फ से ढके पहाड़ों और मंत्रमुग्ध कर देने वाले ग्लेशियरों के लिए प्रसिद्ध, इस जगह पर आप गर्मियों या सर्दियों में जा सकते हैं।अलास्का अपनी खूबसूरती के लिए दुनियांभर में प्रसिद्ध है..
अब बात करते हैं अगले देश की जिसका नाम है कनाड़ा
कनाड़ा का नुनावुत लगभग तीन हजार से अधिक लोगों वाला खूबसूरत शहर है, जो कनाडा के उत्तर पश्चिमी प्रदेशों में आर्कटिक सर्कल से दो डिग्री ऊपर स्थित है। इस शहर में साल के करीब दो महीने ही 24 घंटे धूप देखने को मिलती है। जबकि सर्दियों के दौरान, इस स्थान पर लगातार 30 दिनों तक अंधेरा रहता है।

स्वीडन: स्वीडन में साल के 6 महीने सूरज नहीं डूबता है। यहां मई से लेकर अगस्त तक सूरज रात के 12 बजे थोड़ा डूबता है और फिर सुबह के 4 बजे उग जाता है। यहां दूर-दूर से यात्री आते हैं इस मौसम को देखने और इसको महसूस करने के लिए। यहां टूरिस्ट एडवेंचर एक्टिविटीज में लिप्त होकर, गोल्फ़िंग, फिशिंग, ट्रैकिंग और भी कई चीजें करके लंबा दिन गुजार सकते हैं। प्रकृति का खूबसूरत नजारा देखने के लिए स्वीडन पर्यटकों के बीच बेहद प्रसिद्ध है।

अब जानते हैं इसके पीछे का कारण
दरअसल पृथ्वी अपनी कक्षा में सूर्य का चक्कर लगाने में 365 दिन का समय लेती है। वहीं, अपने अक्ष यानी एक्सिस पर 24 घंटे में एक चक्कर पूरा करती है। इस चक्र की वजह से दिन या रात हमें देखने को मिलते हैं। अक्सर कहा जाता है कि सूरज उगता या ढलता है। पर असल में सूर्य स्थिर है और पृथ्वी के चक्र से हमें ऐसा होता दिखाई देता है।