टिहरी ( पंजक भट्ट) : एक तरफ जहां प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों से जनता, अधिकारी और नेता पलायन करने को बेताब हैं। वहीं दूसरी ओर टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर सबको हैरान कर दिया। विधायक किशोर उपाध्याय ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर आग्रह किया कि उन्हे विधायक निवास देहरादून के स्थान पर नई टिहरी में दिया जाए। वहीं विधायक किशोर उपाध्याय ने विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह किया कि जिला अधिकारी टिहरी को इस सम्बन्ध में निर्देशित करने का कष्ट करें। दूसरी ओर विधायक किशोर उपाध्याय ने विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया कि अगर उनके नाम से देहरादून में कोई आवास आवंटित हो रखा है तो उसको भी निरस्त किया जाए।
पहले गढ़वाली में शपथ लेकर किया था सबको हैरान
विधानसभा चुनाव जीतने के बाद से विधायक किशोर उपाध्याय लगातार कुछ न कुछ ऐसा कर रहे हैं, जो आजतक किसी भी विधायक या मंत्री ने पहले कभी नहीं किया है। विधायक पद की शपथ लेने के दौरान भी किशोर उपाध्याय ने कुछ ऐसा किया था की उत्तराखंड की जनता को उनपर गर्व महसूस हुआ। क्योंकि इतिहास में पहली बार किसी विधायक ने अपनी शपथ गढ़वाली भाषा में ली थी। हालांकि उनकी ये शपथ मान्य नहीं हुई और बाद में उन्हे दोबारा हिंदी में शपथ लेनी पड़ी थी। वहीं अब विधायक किशोर उपाध्याय के इस पत्र ने भी सबको हौरान कर दिया है।
अक्सर विधायक बनते ही जहां सभी नेता राजधानी की दौड़ लगाते हैं। वहीं किशोर उपाध्याय की इस मांग ने सभी का ध्यान अपनी ओर आक्रषित कर दिया है। किशोर के पत्र को देखकर लगता है कि वो जनता के बीच रहकर ही उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहते हैं। और अगर ऐसा सच में हो पाया तो टिहरी की जनता को भी अपनी मांगों को लेकर देहरादून नहीं आना पड़ेगा। दूसरी ओर किशोर उपाध्याय को भी अपनी विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं के बारे में पता होगा और वो अपनी क्षेत्र की जनता से भी जुड़े रहेंगे। बता दें कि विधानसभा चुनाव से पहले ही किशोर उपाध्याय ने कांग्रेस का हाथ छोड़ बीजेपी का दामन थामा था।