Home ये भी जानिए धरती की जीभ देख वैज्ञानिकों की भी फटी रह गईं आखें

धरती की जीभ देख वैज्ञानिकों की भी फटी रह गईं आखें

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Earth Tongue

Earth Tongue: यहां दिखाई देती है धरती की जीभ

Earth Tongue: आपने इंसान की जीभ के बारे में तो सुना होगा लेकिन क्या आपने कभी धरती की जीभ के बारे में सुना है। जी हां धरती की जीभ, सुनकर थोड़ा शॉक लगा न? वैज्ञानिकों ने पिछले कुछ सालों में धरती की जीभ (Earth Tongue) को खोज निकाला है, जिसे देख वो खुद भी हैरान हैं।

दरअसल वैज्ञानिक जिसे धरती की जीभ (Earth Tongue) बता रहे हैं वो एक फंगस की प्रजाती है जिसने अपने आप को 30 करोड़ साल पहले ही फंगस की प्रजाती से अलग कर दिया था, जिस पर अब वैज्ञानिक अलग से शोध कर रहे हैं और इसके लिए अब वह अलग जेनेटिक ब्रांच भी बना रहे हैं।

क्योंकि ये अनोखे जीव बिलकुल एक जीभ (Earth Tongue) की तरह दिखाई देते हैं और इनके धरती से निकलने के कारण वैज्ञानिकों द्वारा इन्हें धरती की जीभ नाम दिया गया है। ये जीव दिखने में एकदम काले रंग के होते हैं, जिन्हें देख ऐसा लगता है मानों ये किसी दूसरी दुनिया से आएं हों।

वहीं यूनिवर्सिटी ऑफ अलबर्टा के माइकोलॉजिस्ट टोबी स्प्रिबिले जो फंगस (Earth Tongue) पर रिसर्च करने वाले एक एक्सपर्ट भी हैं जब उन्होंने इस जीव पर शोध किया तो उन्होंने बताया कि यह फंगस सभी से बिलकुल अलग पनपता है और अलग रहता है। जब इन जीवों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है तो यह अपना सिर उठा लेते हैं।

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इस जीव (Earth Tongue) के बारे में एक हैरान कर देने वाली बात ये है कि ये जीव एक कीड़े के ऊपर पनपता है जिसे बिस्किट बीटल के नाम से जाना जाता है। धरती की जीभ कहे जाने वाले इन जीवों से इन कीड़ों को विटामिन मिलता है जिससे इन का शरीर पनपता है।      

इन जीवों (Earth Tongue) के बारे में एक हैरान कर देने वाली बात ये भी है कि इन्हें कभी किसी ने भी पनपते हुए नहीं देखा है। यहां तक की वैज्ञानिकों को भी इस बात की कोई खबर नहीं हैं कि ये जीव कहां से आए और कैसे आए, न ही वह अपने शोध में इस बारे में कोई जानकारी जुटा पाएं हैं।

ये अनोखे जीव (Earth Tongue) दुनिया के 9 अलग- अलग देशों में पाए जाते हैं और वैज्ञानिकों द्वारा इस फंगस की 30 प्रजातियों के जीनोम पर शोध भी किया जा रहा है।

शोध में इस बात का अंदाजा तो लगाया जा रहा है कि ये फंगस सबसे पुराना फंगस हो सकता है। वहीं पेनीसिलीन पैदा करने वाले फंगस को भी इन्हीं में शामिल किया गया है, लेकिन वैज्ञानिकों के लिए धरती की जीभ (Earth Tongue) अभी भी एक रहस्य ही बना हुआ है कि आखिर क्यों ये फंसग बाकी के फंगस से बिलकुल अलग हैं और अलग रहते हैं।

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