देहरादून, ब्यूरो। उत्तराखंड की राजनीति में पुष्कर राज फिर से शुरू हो गया है। आज 12वें मुख्यमंत्री के तौर पर पुष्कर सिंह धामी और आठ काबिना मंत्रियों ने देहरादून के परेड मैदान में शपथ ली है। भव्य कार्यक्रम में भाजपा के तमाम दिग्गज नेता शपथ ग्रहण समारोह के साक्षी बने। वहीं, देखने वाली बात यह भी थी कि पुष्कर सिंह धामी इस दौरान नये रूप में दिखे। उन्होंने अपने गुरु भगत सिंह के नक्शे कदम पर चलते हुए धोती पहनकर शपथ ली।
उत्तराखंड में सिर्फ एक ही राजनेता हैं जो धोती पहने देखे जाते हैं। वह नेता हैं पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के वर्तमान राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी। भगत सिंह कोश्यारी हालांकि सक्रिय राजनीति में नहीं हैं, लेकिन आरएसएस से लेकर भाजपा के तमाम दिग्गजों से उनकी अच्छी पहुंच है। इससे पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री की कमान था त्रिवेंद्र सिंह रावत भी उनके ही शिष्य बताए जाते हैं।
पुष्कर सिंह धामी ने भी अपने गुरु की तरह धोती धारण कर मुख्यमंत्री के महत्वपूर्ण पद पर दोबारा बिराजमान हुए हैं। उत्तराखंड की राजनीति में खासकर भाजपा में अक्सर नेताओं में आपसी जंग देखी जाती रही है। राज्य बनने के बाद अंतरिम सरकार में नित्यानंद स्वामी को कुर्सी सौंपने के कुछ समय बाद ही लाॅबिंग शुरू हुई और भगत सिंह कोश्यारी को प्रदेश का मुखिया बना दिया गया। हालांकि इसके बाद भाजपा 2002 में सरकार नहीं बना पाई। 2002 में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई और प्रदेश में एकमात्र अभी तक ऐसे मुखिया एनडी तिवारी रहे जिन्होंने बेरोकटोक पांच साल तक राज किया। अब यह भी देखना होगा कि प्रदेश में धामी का राज पूरे पांच साल तक चल पाता है या फिर नहीं। कहीं न कहीं प्रदेश में राजनेताओं की आपसी खींचतान के कारण ही पांचवीं बार के चुनाव में ही 12वें मुख्यमंत्री के तौर धामी को कमान सौंपी गई है। इससे पहले भी करीब 11 दिनों तक भाजपा नेताओं का आपसी घमासान भी देखा गया।