चमोली और केदारघाटी को जोड़ने वाला 57 साल पुराना ये पुल अब भारी वाहनों के लिए बंद

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वर्ष 1963 में बना था अलकनंदा नदी के ऊपर ये 63 मीटर लंबा पुल

यातायात के लिए पुलिस ने बनाया नया ट्रैफिक प्लान
इस जर्जर पुल से रोजना होती हजारों वाहनों की आवाजाही
बड़े हादसे की आशंका से पूर्व ही रोक दी भारी वाहनों की आवाजाही

रुद्रप्रयाग (नरेश भट्ट): उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग मुख्य बाजार स्थित जर्जर हो चुके बेलनी पुल पर अब भारी वाहनों की आवाजाही बन्द कर दी गई है।जिला प्रशासन की अनुमति पर एनएच ने पुल से भारी भरकम वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है।इससे अब पुल पर भारी ट्रक, बसें और अन्य बड़े वाहनों की आवाजाही नहीं होगी।वहीं पुल से भारी वाहनों की आवाजाही बन्द होने के बाद रुद्रप्रयाग पुलिस ने भी नया ट्रैफिक प्लान बनाया है।इसमें स्थानीय व्यापारियों एवं जनता से सहयोग करने की अपील भी की गई है।

belani pull

बता दें 1963 में बने करीब 63 मीटर लम्बे रुद्रप्रयाग बेलनी पुल की जर्जर हालत को लेकर कई बार सवाल खड़े किये जाते रहे हैं।वहीं कई बार पुल पर सम्भावित दुर्घटनाएं होने की खबरों को लेकर बार-बार एनएच लोनिवि,प्रशासन और पुलिस को अलर्ट किया जाता रहा है,लेकिन पुल पर भारी वाहन गुजरते रहे हैं।अब जाकर एनएच रुद्रप्रयाग डिवीजन ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।अब बेलनी पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है।अब कर्णप्रयाग की ओर से आने वाले भारी वाहनों को मुख्य बाजार से ही गुजरना पड़ेगा,जबकि चोपता,दुर्गाधार जाने वाले भारी वाहनों को जवाड़ी बाईपास से होकर आना होगा।

वहीं दूसरी ओर बेलनी से भारी वाहनों की आवाजाही बन्द होने के बाद पुलिस की ओर से नया ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है।पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध घिल्डियाल ने बताया कि बेलणी स्थित पुल की हालत नाजुक बनी हुई है।ऐसी स्थिति में भारी वाहनों की आवाजाही होनी मुश्किल है।