अवैध पटाखा फैक्ट्री में धमाके के बाद सुलगी भीषण आग, जिंदा जल गईं 6 महिलाएं

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80 प्रतिशत झुलसी 10 महिलाओं की हालत गंभीर, पीजीआई चंडीगढ़ रेफर

हिमाचल प्रदेश के ऊना शहर में चल रही अवैध पटाका फैक्ट्री में पहले भी हो चुका है ब्लास्ट

शिमला, ब्यूरो। हिमाचल प्रदेश के ऊना शहर में आज सुबह करीब सवा दस बजे एक अवेध पटाखा फैक्ट्री में धमाका हो गया। इससे फैक्ट्री में काम कर रहे 20 मजदूर धमाके के बाद लगी आग के चपेट में आ गए। इनमें छह महिलाएं आग की चपेट में आने के बाद जिंदा जल गई। जबकि करीब 10 महिलाओं का शरीर 80 प्रतिशत तक जल चुका है। सभी गंभीर झुलसी हुई महिलाओं को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया है जबकि कुछ का इलाज ऊना के अस्पतालों में ही किया जा रहा है। इस हादसे के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस अवैध फैक्ट्री में हुए हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख और घायलों को पचास-पचास हजार रुपए देने का ऐलान किया है। मृतकों और घायलों में कुछ मजदूर यूपी के, कुछ बिहार और एक पंजाब से बताया जा रहा है।

मिली जानकारी के अनुसार हिमाचल प्रदेश के ऊना शहर के टाहलीवाल औद्योगिक क्षेत्र में करीब 8 महीने से अवैध रूप से पटाखे बनाए जा रहे थे। इस दौरान सुरक्षा मानकों का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखा जा रहा था। मंगलवार सुबह हुए हादसे के समय 25 से ज्यादा कर्मचारी इस अवैध फैक्ट्री में काम कर रहे थे। अचानक धमाके के बाद आग लगने पर कुछ लोग बाहर निकल गए जबकि 20 लोग आग की चपेट में आ गए। इनमें से छह महिलाएं आग में बुरी तरह घिर गई और जिंदा जल गईं। ये सभी महिलाएं करीब एक घंटे तक आग में जलती रहीं, और उन्हें कोई नहीं बचा पाया। करीब 11ः30 बजे फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया, तब तक इन महिलाओं का जिस्म खाक में तब्दील हो चुका था। आग की चपेट में आने से घायल हुईं 12 महिलाएं और दो हेल्पर का काम करने वाले पुरुष हैं। इनमें 10 महिलाओं की हालत गंभीर है। हादसे में झुलसे लोगों की पहचान नरासरा पुत्री नूरा संतोखगढ़ ऊना, लसरत पत्नी अली हुसैन संतोखगढ़ ऊना, हसगिरी पत्नी नूरा संतोखगढ़ ऊना, जूशी पुत्र चंद्रपाल हरोली ऊना, नसरीन पत्नी सलीम संतोखगढ़ ऊना, शकीला पत्नी नवी हुसैन संतोखगढ़ ऊना, इसरत पत्नी मोहम्मद मोबिन संतोखगढ़ ऊना, अशमा पत्नी मालू संतोखगढ़ ऊना, नतिशा अब्दुल जावेद संतोखगढ़ ऊना, मुस्कान पुत्री छोटे सलीम संतोखगढ़ ऊना, जाफरी पत्नी नूर मोहम्मद संतोखगढ़ ऊना, फारा पुत्री सागीर संतोखगढ़ ऊना तथा जशेल पुत्र बरठी होली के तौर पर हुई है। हादसे के मृतकों के शवों की अभी पहचान नहीं हो पाई है। फिलहाल घायलों को पांच-पांच हजार की फौरी सहायता दी गई है।

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ग्राम पंचायत बाथू की प्रधान सुरेखा राणा ने बताया यह फैक्ट्री पूरी तरह से अवैध थी। पंचायत की NOC के बिना फैक्ट्री का संचालन किया जा रहा था। यहां पानी का कनेक्‍शन भी नहीं लिया गया था। यह फैक्‍टरी स्वां के बिल्कुल छोर पर थी। आसपास के लोगों और पड़ोसियों को भी इसके बारे में जानकारी नहीं थी। हादसे के शिकार हुए सभी लोग अन्‍य राज्‍यों के निवासी हैं। पहले भी फैक्ट्री में एक बार आग लगने की घटना हो चुकी है। उस समय मामले को दबा दिया गया था। अब दोबारा ब्लास्ट होने के बाद उद्योग विभाग पल्ला झाड़ रहा है कि पटाखा फैक्टरी औद्योगिक क्षेत्र से बाहर किसी ग्रामीण की निजी भूमि पर चल रही है। वहीं, हादसे के बाद मृतकों के परिजन मौके पर जुटने शुरू हो गए हैं और घटनास्थल पर मातम का माहौल है। परिजन और मृतकों के आश्रित अपनों को तलाश रहे हैं।

मौके पर मौजूद डीसी ऊना के मुताबिक पुलिस जांच में जुट गई है। यदि सरकार आदेश देती है तो इस संवेदनशील मामले की मजिस्ट्रेट से जांच कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि पटाखा फैक्ट्री किसकी अनुमति से चल रही थी, इसकी जानकारी उद्योग विभाग से भी मांगी गई है। बताया जा रहा है कि यहां काम करने वाली सभी श्रमिक महिलाएं ही हैं। डीसी और एसपी ऊना सहित पूरा प्रशासनिक अमला पुलिस मौके पर मौजूद है। पुलिस विभिन्न पहलुओं पर जांच में जुट गई है। पुलिस यह देख रही है कि आखिर किसकी अनुमति से यहां फैक्ट्री चल रही थी।