फतेहपुर रेंज में लगातार हो रहे जानवरों के हमले से स्थानीय लोगों में आक्रोश, तेंदुए को गोली मारने के आदेश देने की मांग
नैनीताल, ब्यूरो। उत्तराखंड में जंगली जानवरों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन यहां लोगों को जंगली जानवर निवाला बना रहे हैं और लोग अकाल मौत के मुंह में समाते जा रहे हैं। वन्यजीवों और मानव के बीच यह संघर्ष हालांकि अनादिकाल से चला आ रहा है, लेकिन इसकी रोकथाम और लोगों को कम से कम नुकसान हो इसके लिए ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है। आज गुरुवार को गुलदार ने नैनीताल जिले के फतेहपुर रेंज के जंगल में एक और महिला को अपना निवाला बना लिया। दो दिन पहले ही इसी इलाके में एक महिला को तेंदुआ करीब 200 मीटर दूर घसीटकर ले गया था। वह महिला पत्तियां इकट्ठी कर रही थी, जबकि उसकी बहू पेड़ पर चढ़ी थी। वहीं, आज भी जिस महिला को तेंदुए ने अपना निवाला बनाया वह भी पशुओं के लिए चारा लेने जंगल गई थी।
जानकारी के अनुसार नैनीताल जनपद के दमुवाढूंगा कुमाऊं कालोनी निवासी रिटायर्ड सूबेदार आनंदराम की पत्नी इंदिरा देवी (52) पशुओं के लिए चारा लेने जंगल गई थी। इसी बीच छिपकर बैठे तेंदुए ने महिला पर हमला कर मार डाला। किसी तरह लोगों को सूचना मिलने के बाद उन्होंने वन विभाग को सूचित किया। जिसके बाद मौके पर वन विभाग व पुलिस टीम पहुंची है। वन विभाग आवश्यक कार्यवाही कर रहा है। लोगों ने गुलदार को तुरंत पकड़ने की मांग की है। गुलदार व बाघ के हमले की यह इस इलाके में पांचवी घटना है। लोग इस गुलदार को आदमखोर घोषित करते हुए मारने के आदेश देने की मांग कर रहे हैं। स्थानीय लोगों में लगातार हो रहे जंगली जानवरों के हमलों को लेकर रोष व्याप्त है। उन्होंने इन आदमखोर जानवरों को सीधे गोली मारने के आदेश देने की मांग की है। लगातार जंगली जानवर इंसानों के लिए काल बनकर सामने आ रहे हैं। वन विभाग मात्र मुआवजे की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ने के सिवाय अभी तक कुछ भी योजना नहीं बना पाया है जबकि कुछ दिनों में पांच लोग इस इलाके के बाघ और तेंदुआ मार चुका है।